दिल्ली मेट्रो से नोएडा आने वाले बाहरी यात्रियों की होगी रैंडम कोरोना जांच, इन स्टेशनों पर ही लगेंगे शिविर

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना संक्रमण की दर बढ़ने के बाद नोएडा में संक्रमण पर नियंत्रण के लिए डीएम सुहास एलवाइ ने स्वास्थ्य विभाग को मेट्रो स्टेशन पर टीमें लगाकर जांच कराने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा एटीएस विलेज सोसायटी और सेक्टर- 119 स्थित एल्डिको अपार्टमेंट में भी जांच की जाएगी।

दिल्ली मेट्रो से नोएडा में आने वाले यात्रियों की भी अब रैंडम कोरोना जांच की जाएगी। बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम न्यू अशोक नगर और बाटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों की रैंडम कोरोना जांच के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन करेगी। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है।

दिल्ली में कोरोना संक्रमण की दर बढ़ने के बाद नोएडा में संक्रमण पर नियंत्रण के लिए डीएम सुहास एलवाइ ने स्वास्थ्य विभाग को मेट्रो स्टेशन पर टीमें लगाकर जांच कराने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा बृहस्पतिवार को एटीएस विलेज सोसायटी सेक्टर-93ए और सेक्टर- 119 स्थित एल्डिको अपार्टमेंट में कोरोना जांच के लिए कैंप आयोजित किए जाएंगे।

दरअसल, न्यू अशोक नगर और बाटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ ज्यादा होती है। इन स्टेशनों पर ज्यादा लोग उतरते हैं। बाटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन का लिंक दिल्ली से भी जुड़ा हुआ है। ऐसे में गौतमबुद्धनगर प्रशासन ने यहां पर रैंडम कोरोना जांच कराने का फैसला किया है।

डीएनडी और चिल्ला बॉर्डर पर शुरू हुई रैंडम जांच-

बुधवार को दिल्ली से नोएडा आने वाले यात्रियों की डीएनडी और चिल्ला बॉर्डर पर रैंडम कोरोना की जांच शुरू कर दी गई है। जिलाधिकारी का कहना है कि क्रास बार्डर की वजह से जिले में संक्रमण बढ़ रहा है। इसलिए दोनों बार्डर पर रैंडम सैंपलिंग का प्लान तैयार किया है। अगर केस बढ़ते है, तो आने वाले समय में नोएडा से सटे दिल्ली के सभी बार्डर पर सैंपलिंग की जाएगी। इसके अतिरिक्त जिले के सभी इंस्टीट्यूशन को एडवाइजरी जारी की है। जिसमें दिल्ली और अन्य राज्यों से आने वाले कर्मचारियों पर विशेष नजर रखने को कहा गया है। बैठक में मौजूद रहे जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. सुनील दोहरे ने बताया कि चिल्ला रेगुलेटर व डीएनडी फ्लाइ-वे से वाहनों का आवागमन अधिक होता है।

इसलिए पहले चरण में इन दो बार्डर पर रैंडम कोरोना जांच कराने का निर्णय लिया गया है। दोनों बार्डर से आने वाले हर संदिग्ध को कोरोना जांच के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। जांच में पाजिटिव मिले व्यक्ति को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। जांच प्रत्येक दिन सुबह 8 बजे से दोपहर दो बजे तक की जाएगी। जांच का मुख्य उद्देश्य यह पता करना है कि जिले में संक्रमण बढ़ने की वजह दिल्ली के लोग तो नहीं है।

इसलिए पहले चरण में इन दो बार्डर पर रैंडम कोरोना जांच कराने का निर्णय लिया गया है। दोनों बार्डर से आने वाले हर संदिग्ध को कोरोना जांच के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। जांच में पाजिटिव मिले व्यक्ति को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। जांच प्रत्येक दिन सुबह 8 बजे से दोपहर दो बजे तक की जाएगी। जांच का मुख्य उद्देश्य यह पता करना है कि जिले में संक्रमण बढ़ने की वजह दिल्ली के लोग तो नहीं है।

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