झारखंड में छठ पूजा गाइड लाइन का जबरदस्त विरोध, रांची समेत कई जिलों में बढ़ा प्रदर्शन

झारखंड में नदी, डैम, तालाब और सार्वजनिक जलाशयों पर छठ करने पर रोक लगाने के सरकार के आदेश का विरोध बढ़ता ही जा रहा है। लगातार दूसरे दिन रांची में कई स्थानों पर विरोध हुआ। भाजपा, कांग्रेस, झामुमो समेत कई राजनीतिक दल, विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने सरकार से रविवार की रात जारी गाइडलाइन में संशोधन करने की मांग की है।

रांची में जुमार नदी बुटी मोड़ में सरकार के आदेशों के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन किया गया। सरकार से गाइडलाइन में संशोधन की अपील की गई। लोगों ने कहा कि छठ महापर्व पर सरकार के तुगलकी फरमान से आस्था पर चोट पहुंची है। सरकार इस फैसले को अविलम्ब वापस ले और जलाशयों में गाइडलाइन के साथ छठ करने की अनुमति दे। कोरोना महामारी के चलते ऐसे ही लोग जागरूक हैं। खुद भीड़ से दूरी बनाकर रहेंगे। तालाब, नदी और डैम में छठ नहीं करने का आदेश हिन्दू आस्था पर चोट है।

वहीं, मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने मंगलवार को जगन्नाथपुर तालाब, धुर्वा डैम, धुर्वा छोटा तालाब का निरीक्षण किया। मेयर ने जगन्नाथ तालाब के आसपास फैली गंदगी को देख कर उसे बुधवार सुबह तक साफ करवाने का निर्देश दिया।

डिप्टी मेयर ने कहा कि नगर निगम छठ महापर्व को लेकर तैयार है। शहर के अंदर 42 तालाब व डैम पूरी तरह से तैयार हैं। घाट को जानी वाली सड़कों की भी सफाई करवाई जा रही है। बस इंतज़ार सरकार के संशोधित गाइड लाइन का है। सरकार को चाहिए कि बिहार की तरह यहां भी सार्वजनिक स्थानों पर छठ करने की छूट दी जाए। उन्होंने कहा कि कई स्वयंसेवी संस्थाएं इस दौरान मदद करेंगी। लोगों को कोरोना के प्रति सतर्क भी किया जाएगा।

वहीं जमशेदपुर में भी भाजपा के कार्यकर्ताओं ने छठ पर सरकार की गाइडलाइन को लेकर विरोध जताया। मानगो स्वर्णरेखा नदी में खड़े होकर प्रदर्शन किया और छठ नदी किनारे मनाने की छूट देने की मांग की।

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