सनकी किम जोंग उन ने कुत्तों को मार के खाने का दिया आदेश, “मेरे मन को भाया मैं कुत्ता काट के खाया”

प्योंगयांग: उत्तर कोरिया में अजीबोगरीब मामला सामने आया है.वहां के सनकी तानशाह किम जोंग उन ने लोगों के पालतू कुत्तों को पकड़ने का आदेश दिया है. क्यूँकी वह कुत्तों को पूँजीवाद का प्रतीक मनाता है. इसलिए उत्तर कोरिया के लोगों द्वारा पाले गए पालतू कुत्तों को पकड़ा जा रहा है और उन्हें चिड़ियाघर भेज दिया गया है या मांश की दुकानों पर बेच दिया गया है.

याद आ गया चाइना गेट वाला जगीरा-

किम जोंग उन की इस हरकत के बाद चाइना गेट फिल्म के विलेन जगीरा का मशहूर डायलाग याद आता है “मेरे मन को भाया मैं कुत्ता काट के खाया,लोमड़ी का दूध पी के पला है ये जगीरा” जगीरा ने अभावों और जंगली होने की वजह से ऐसा किया था.पर किम जोंग उन अपनी सनक में पूरे देश को ऐसे ही पालना चाहता है.

उत्तर कोरिया में कुत्ते पालना पूंजीवाद का प्रतीक-

दरसल उत्तर कोरिया के इस तानाशाह का मानना है की कुत्ते पालना पूँजीवाद का प्रतीक है. इसलिए उसने पहले भी आदेश जारी कहा था कि देश में कुत्ते पालना कानून के खिलाफ होगा.और अब इस तरह से जबरन कुत्तों को पकड़ के ले जाए जाने से पालतू कुत्तों के मालिकों में डर बैठ गया है, कि इन कुत्तों का इस्तेमाल देश में चल रहे वर्तमान खाद्यान्न संकट से निपटने में तो नहीं किया जाएगा.

उत्तर कोरिया के एक लोकल समाचार पत्र के मुताबिक, किम जोंग ने कहा था कि घर पर कुत्तों का रखना पूंजीवादी विचारधारा का समर्थन माना जायेगा. इसके बाद से ही उत्तर कोरिया में उन घरों की पहचान की जा रही है, जिनमें लोगों ने कुत्ते पाल रखे हैं. और उनके कुत्तों को जबरन जब्त किया जा रहा है.

खाद्यान्न संकट से जूझ रहा है देश-

गौरतलब है की कोरोना काल में उत्तर कोरिया लगातार खाद्यान्न संकट से जूझ रहा है.कोरिया की लगभग 60 प्रतिशत आबादी खाद्यान्न संकट से जूझ रही है. और इसका हल जल्द निकलता नहीं दिख रहा है.

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