मुंबई क्रिकेट टीम की मालकिन ने मांगी माफी, जीत की खुशी में नीता अंबानी से हुई गलती

मुंबई इंडियंस के खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग में पांचवीं बार खिताब जीतने के बाद मैदान पर ही जश्न मना रहे थे। कोई नाच रहा था तो कोई अपनी खुशी दुनिया से साझा कर रहा था, इस बीच टीम की मालकिन नीता अंबानी लाइव इंटरव्यू के बीच में आ गई। गलती का एहसास होते ही उन्होंने तुरंत ही इसे सुधार भी लिया।

दरअसल, मैच के बाद क्विंटन डीकॉक आधिकारिक प्रसारणकर्ता स्टार स्पोर्ट्स को इंटरव्यू दे रहे थे, जिसका लाइव टेलीकास्ट जारी था। अचानक से नीता ने डीकॉक को आवाज लगाई और इंटरव्यू रुक गया। हालांकि तुरंत ही वह चलीं भी गईं। खुशी के माहौल के बीच मैदान पर फिर ठहाके भी गूंजने लगे।

दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डीकॉक ने कहा कि कोविड-19 के समय में परिवार से दूर रहना मुश्किल था, लेकिन विजयी टीम का हिस्सा बनकर अच्छा लग रहा है। सहयोगी स्टाफ हर किसी ने अपनी अहम भूमिका निभायी। उनके सहयोग के बिना यह संभव नहीं था।’

मुंबई ने मंगलवार को फाइनल में दिल्ली कैपिटल्स को पांच विकेट से हराकर अपने खिताब का भी बचाव किया। वह आईपीएल की सबसे सफल टीम भी बन गई है और इसलिए पोलार्ड ने उसे विश्व की सर्वश्रेष्ठ टी-20 टीम बताया।

टीम के ऑलराउंडर क्रुणाल पांड्या ने कहा, ‘बहुत कुछ श्रेय हमारी तैयारियों को जाता है। हम एक महीने पहले यहां आ गए थे और हर कोई अपनी भूमिका जानता था। हर कोई खेलने के लिये अपनी सर्वश्रेष्ठ स्थिति में था।’

हार्दिक पांड्या पीठ दर्द के कारण इस सत्र में गेंदबाजी नहीं कर पाए, लेकिन उन्होंने जो भूमिका निभाई, उससे वह खुश हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं इससे परेशान नहीं हूं। मैंने जो किया उसका लुत्फ उठाया। मेरे यह मौका मिलने से जुड़ा है। यह सब कुछ तैयारियों से जुड़ा है। हमने अच्छे प्रदर्शन करने और लगातार सुधार करने पर ध्यान दिया।’

तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कहा कि वह शुरू से ही लय में थे भले ही शुरुआती मैचों में उन्हें जूझना पड़ा था। उन्होंने कहा ‘पहले मैच से मुझे लग रहा था कि मेरी लय अच्छी रही। जब मैंने एबी डीविलियर्स और विराट कोहली के खिलाफ सुपर ओवर किया तो उसके बाद मेरा आत्मविश्वास बढ़ा। मैंने चीजों को सरल बनाए रखा और हर समय बेसिक्स पर ध्यान दिया।’

सूर्यकुमार यादव ने कहा, ‘तैयारियां, प्रक्रिया और रूटीन महत्वपूर्ण होता है। आपको अपने कौशल का प्रदर्शन करना होता है। वह (रोहित के सामने अपना विकेट गंवाने के बारे में) तब अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था। वह पारी संवार रहा था इसलिए मुझे अपना विकेट गंवाने का दुख नहीं है।’

ईशान किशन ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो मैं इस सत्र से पहले बहुत अच्छी स्थिति में नहीं दिख रहा था। मैंने क्रुणाल और हार्दिक (पंड्या) से बात की तथा अपनी फिटनेस और ऑफ साइड के खेल पर काम किया।’

फाइनल में अंतिम एकादश में जगह नहीं बना पाने वाले राहुल चाहर ने कहा, ‘मेरा नहीं खेलना महत्वपूर्ण नहीं है, खिताब जीतना महत्वपूर्ण है। मुझे बहुत अच्छा लग रहा है कि मैंने टीम को खिताब दिलाने में अपनी भूमिका निभाई।’

टूर्नामेंट में फाइनल सहित केवल दो मैचों में खेलने वाले जयंत यादव ने कहा, ‘लगातार दो साल चैंपियन टीम का हिस्सा बना शानदार अहसास है। इससे हमारी टीम की मजबूती का पता चलता है। यह पूरे सत्र में किए गए प्रयासों का परिणाम है।’

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