कहीं प्रदूषण का शिकार तो नहीं सूखी खांसी और सूखी नाक, करें इन घरेलू उपायों से इलाज

सर्दियों का मौसम आया नहीं कि घर में किसी न किसी को सर्दी-जुकाम और खांसी की समस्या लगी ही रहती है. वैसे तो कॉमन कोल्ड की वजह से होने वाली सर्दी या खांसी की समस्या आमतौर पर थोड़ा बहुत घरेलू उपचार (Home Remedies) करने पर खुद ही ठीक हो जाती है, लेकिन इन दिनों बड़ी संख्या में लोगों में सूखी खांसी की समस्या देखने को मिल रही है जो दवाई करने के बाद भी लंबे समय तक बनी रहती है. इसकी वजह सर्दी के मौसम के साथ ही रोजाना तेजी से बढ़ रहा वायु प्रदूषण भी है.

कई महीनों तक बनी रह सकती है सूखी खांसी की समस्या-

प्रदूषित हवा में सांस लेने की वजह से अस्थमा, फेफड़ों की बीमारी, हृदय रोग के साथ सूखी खांसी और सूखी नाक जैसी समस्याएं भी देखने को मिल रही हैं. डॉक्टरों की मानें तो जब किसी व्यक्ति को सामान्य रूप से जुकाम और खांसी की समस्या होती है तो खांसने के दौरान पीला या हरे रंग का कफ या बलगम भी निकलता है, लेकिन पीएम 2.5 कणों वाली बहुत अधिक प्रदूषित हवा जब सांस के जरिए शरीर के अंदर प्रवेश करती है तो इसकी वजह से व्यक्ति को सूखी खांसी होने लगती है जिसमें कोई कफ या बलगम नहीं निकलता लेकिन व्यक्ति लंबे समय तक लगातार खांसता रहता है. साथ ही सूखी खांसी की यह समस्या कई दिन ही नहीं बल्कि कई महीनों तक भी बनी रह सकती है.

प्रदूषित हवा वायुमार्ग को बना देती है संकुचित-

डॉक्टरों का कहना है कि जैसे-जैसे ठंड के मौसम में तापमान कम होने लगता है और बाहर की हवा ड्राई होने के साथ ही प्रदूषण के कणों से भर जाती है तो उस हवा को सांस के जरिए शरीर के अंदर लेने पर वह प्रदूषित और शुष्क हवा, हमारे वायुमार्ग को भी सुकंचित कर देती है जिसकी वजह से खांसी शुरू हो जाती है जो पूरी तरह से सूखी होती है और लंबे समय तक बनी रहती है. सूखी खांसी के साथ ही इसमें गले में जलन और खुजली होने जैसी दिक्कतें भी देखने को मिलती है.

श्लेष्म झिल्ली में नमी की कमी के कारण सूख जाती है नाक-

वायु प्रदूषण के कारण बड़ी संख्या में लोगों को सूखी खांसी के साथ ही एक और समस्या भी हो रही है और वह है- सूखी नाक की समस्या. सूखी नाक की समस्या तब होती है जब हमारी नाक की श्लेष्म झिल्ली में नमी की कमी हो जाती है. हवा में नमी की कमी और सर्दियों के मौसम में हीटर आदि का इस्तेमाल करने की वजह से भी नाक में सूखेपन की समस्या होने लगती है. वैसे तो सूखी नाक की समस्या आमतौर पर कोई नुकसान नहीं पहुंचाती लेकिन अगर इसका इलाज न किया जाए तो इसकी वजह से कई और दिक्कतें जैसे- नाक में खुजली होना, जलन, नाक से खून निकलना आदि समस्याएं हो सकती हैं.

सूखी खांसी का उपाय-

  1. शहद

विटामिन सी, डी, ई, के और बी कॉम्प्लेक्स से भरपूर शहद में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं शरीर की इम्यूनिटी मजबूत बनाने में मदद करते हैं. इसके अलावा शहद में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल और एंटी-फंगल प्रॉपर्टीज होती है जो सूखी खांसी के लिए बेहद प्रभावी उपाय है. स्टडीज में भी यह बात सामने आयी है कि दवाइयों की तुलना में शहद सूखी खांसी के लिए बेहतरीन उपाय है.

आप चाहें तो एक कम गर्म पानी या हर्बल चाय में एक चम्मच शहद डालकर दिन में 2 बार पी सकते हैं. इसके अलावा आप चाहें तो एक छोटा चम्मच अदरक के रस में एक छोटा चम्मच शहद डालकर भी दिन में 2-3 बार खा सकते हैं.

  1. तुलसी

शहद की ही तरह तुलसी में भी एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो सूखी खांसी का इलाज करने में मदद करती है. बैक्टीरिया को मारने में मदद करता है तुलसी का एंटी-बैक्टीरियल गुण.

कैसे उपयोग करें-

इसके लिए आप चाहें तो तुलसी की 4-5 पत्तियों को सुबह खाली पेट कच्चा ही खा सकते हैं या फिर एक 1 गिलास पानी को उबालें और उसमें तुलसी की 4-5 पत्तियां डालें और जब पानी आधा रह जाए तो उसे छानकर पी लें.

  1. स्टीम लें

स्टीम लेने से भी श्वसन प्रणाली जो संकुचित हो जाती है उसे खोलने में मदद मिलती है और सूखी खांसी की समस्या कम हो जाती है. साथ ही स्टीम लेने से बैक्टीरिया और वायरस से भी लड़ने में मदद मिलती है.

सूखी नाक का उपाय-

सूखी नाक की समस्या दूर करने के लिए खूब सारा पानी पिएं. आमतौर पर ठंड के मौसम में प्यास कम लगती है और हम पानी कम पीते हैं, लेकिन जहां तक हो सके खूब सारा पानी पिएं जो नाक में मौजूद श्लेष्म को पतला करने में मदद करता है.

आप चाहें तो घर में ह्यूमिडिफायर भी लगा सकते हैं. ऐसा करने से भी वातावरण में नमी बनी रहती है नाक की सूखी हुई श्लेष्म झिल्ली को नम रखने में मदद मिलती है.

आप चाहें तो सूखी नाक की समस्या को दूर करने के लिए नाक में सलाइन स्प्रे का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

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