आईपीएल इतिहास में पहली बार फाइनल में पहुंची दिल्ली, नाम बदलने से यूं बदली किस्मत

दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने आईपीएल 2020 के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। अबू धाबी में खेले गए दूसरे क्वालीफायर मुकाबले में टीम ने सनराइजर्स हैदराबाद को हराकर आईपीएल इतिहास में पहली बार फाइनल में अपनी जगह पक्की की। दिल्ली कैपिटल्स की टीम 2008 में दिल्ली डेयरडेविल्स के नाम से आईपीएल में उतरी थी। लेकिन कभी भी आईपीएल के फाइनल में नहीं पहुंच पाई थी।

हालांकि 2018 में फ्रैंचाइजी मालिक और 2019 में टीम का नाम, खिलाड़ी और कप्तान बदलने के बाद टीम में काफी सकारात्मक बदलाव दिखे। तब कोच रिकी पोंटिंग और सलाहकार सौरव गांगुली की सफल जोड़ी का टीम को बड़ा फायदा मिला था। टीम ने सात साल बाद प्लेऑफ में जगह पक्की की थी। इसके बाद साल 2020 के लिए टीम ने नीलामी में मार्कस स्टोइनिस, एनरिच नोर्त्जे, आर अश्विन जैसे कई स्टार खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ा। 

यूएई में खेले गए आईपीएल के 13वें सीजन में टीम ने श्रेयस अय्यर की अगुवाई में शुरुआत से ही जबरदस्त प्रदर्शन किया। टीम ने शुरू के 10 में सात मुकाबले जीते। हालांकि ग्रुप स्टेज में उसे लगातार चार हार का भी सामना करना पड़ा। बावजूद उसके दिल्ली अंक तालिका में दूसरे स्थान पर रही और प्लेऑफ में क्वालीफाई कर गई। लेकिन इसके बाद उसे पहले क्वालीफायर में ,मुंबई इंडियंस के हाथों हार का सामना करना पड़ा। हालांकि दूसरे स्थान पर रहने की वजह से उसे फाइनल में पहुंचने का एक और मौका मिला। दिल्ली ने इसका लाभ उठाते हुए हैदराबाद को हरा दिया और पहली बार फाइनल में पहुंचने में सफल रही।

बात करें दिल्ली कैपिटल्स के अब तक के आईपीएल के सफर की तो टीम ने 2019 से पहले तक दो बार तीसरे स्थान पर ही रही थी। जबकि 2009 और 2012 में वो ग्रुप स्टेज पर अंक तालिका में शीर्ष स्थान पर रही थी।

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