देश में लगातार घट रहे कोरोना के दैनिक पुष्ट मामले, मौतें भी कम

कोविड-19 के खिलाफ हर बीतता लम्हा उम्मीद बढ़ाने वाला साबित हो रहा है। मंगलवार को कोरोना के दैनिक पुष्ट मामले 47 हजार से कम थे। पिछले तीन महीनों में पहली बार दैनिक मामले 50 हजार से कम रहे। इसके साथ ही दैनिक मौतें भी कम हुई हैं और सक्रिय मामले भी घट रहे हैं। यह कोरोना के घटते प्रभाव को रेखांकित करता है। आइए आंकड़ों के जरिये जानते हैं कि कैसे भारत में कोविड-19 महामारी का प्रकोप कम हो रहा है।

अभी ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत : विशेषज्ञों का मानना है कि दैनिक मामलों में तेजी से आ रही गिरावट अस्वाभाविक नहीं है। सब कुछ ठीक रहा तो देश में फरवरी तक कोरोना वायरस नियंत्रण में होगा। हालांकि अक्टूबर-नवंबर के महीने में हमें अतिरिक्त सावधानी रखनी होगी। इस दौरान कई बड़े त्योहार होंगे और बाजारों में काफी भीड़ रहेगी।

जितने दिनों में बढ़े, उससे कम दिनों में घटे : देश में दैनिक मामलों में भी उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की जा रही है। एक अगस्त को देशभर में 57,118 मामले सामने आए थे। 17 सितंबर को दैनिक मामले 97,894 रिकॉर्ड किए गए। हालांकि एक अगस्त से जितने वक्त में कोरोना संक्रमण के मामले चरम पर पहुंचे थे, उससे कम दिनों में घट गए हैं।

मौत को मात दे रहे देशवासी : छह मई को देश में मृत्यु दर 3.43 रिकॉर्ड की गई थी। 17 जून को 3.36 फीसद पहुंच गई। तब से लगातार गिरावट आ रही है। 18 अक्टूबर को 1.5 तक पहुंच गई, जबकि इसी दिन वैश्विक मृत्यु दर 2.78 फीसद रही। वैश्विक मृत्यु दर अप्रैल में 7 से अधिक पहुंच गई थी। जनसंख्या चार गुना कम होने के बावजूद अमेरिका में कोरोना के कारण मरने वालों के आंकड़े भारत के मुकाबले दोगुने हैं।

ठीक होते मरीज, घटते सक्रिय मामले : देश में कोरोना के सर्वाधिक सक्रिय मामले 17 सितंबर को 10.18 लाख थे, जो करीब एक महीने में अब साढ़े सात लाख से भी कम हो चुके हैं। देश में ठीक होने वाले लोगों की संख्या दैनिक संक्रमण के मामलों से ज्यादा है। वहीं ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 67 लाख तक पहुंच चुकी है।

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