विदेश नीति के सहारे चुनावी नैया पार करने में जुटे राष्ट्रपति ट्रंप, बहस का मुद्दा बनाने पर जोर
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बीच रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप की ओर से यह मांग की गई है कि प्रचार के अंतिम दौर में विदेश नीति पर बहस कराई जाए। इसके लिए बाकयदा ट्रंप की ओर से चुनाव आयोग को एक पत्र भी लिखा गया है। पत्र में कहा गया है कि चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में विदेश नीति पर ध्यान केंद्रित किया जाए।
ट्रंप प्रबंधन ने चुनाव में विदेश नीति को बनाया हथियार
बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पूरे कार्यकाल में अमेरिकी विदेश नीति पर खास जोर दिया है। खासकर अफगानिस्तान में शांति वार्ता, इजराइल-संयुक्त अरब अमीरात शांति समझौता, उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के साथ के साथ ट्रंप की शिखर वार्ता और कोरोना काल से पहले चीन के साथ चल रहे ट्रेड वार को समाप्त करने की उनकी पहल खुब सुर्खियों में रही है। राष्ट्रपति ट्रंप इसे अपने कार्यकाल की अहम उपल्बिध मानते हैं। इसलिए वह इसे चुनाव मुद्दा बनाना चाहते हैं।
प्रबंधक बिल स्टीफन ने इस बाबत आयोग को लिखा पत्र
ट्रंप अभियान के प्रबंधक बिल स्टीफन ने इस बाबत आयोग को एक पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि यह चुनाव प्रचार अभियान की अखंडता के लिए जरूरी है। यह अमेरिकी लोगों के हित में हैं। इसमें कहा गया है कि हम आपको विदेश नीति पर जोर देने के लिए 22 अक्टूबर को होने वाली बहस के लिए कई विषयों पर विचार करने का आग्रह करते हैं। पत्र में कहा गया है कि यह पिछले अभियानों में भी एक परंपरा रही है। हालांकि, अभी तक आयोग ने इस पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। चुनाव प्रचार में ट्रंप अभियान से जुडे़ लोगों का मानना है कि यह उनके लाभ का बड़ा चुनावी मुद्दा हो सकता है।