सीतापुर में खाद्यान घोटाला, पात्रों के चयन में धांधली, जाँच हुई तो कई अधिकारी जायेंगे जेल

सिधौली/सीतापुर। आपूर्ति अधिकारी व नगर के कोटेदारों की सांठगांठ से आपूर्ति कार्यालय सिधौली में फर्जी तरीके से राशन कार्डों को ऑनलाइन किया जा रहा है। जरूरतमंद कार्ड धारकों के कार्ड निरस्त कर के नागरिकों को परेशान किया जा रहा है। यह कार्य आपूर्ति अधिकारी व इस कार्यालय में बैठे एक व्यक्ति देशराज के अगुवाई में किया जा रहा है।

कार्डधारकों को कोटेदार पर्चियां देकर एक सप्ताह बाद खाद्यान्न ले जाने के लिए कहते हैं। कई बार उन्हें खाद्यान्न लेने जाने के दौरान टरका दिया जाता है। बायोमैट्रिक मशीन में आपका नाम शो नही कर रहा। कल आइयेगा एक सप्ताह बाद आइयेगा। यह कहकर कार्ड धारकों को अनेक बार वापस कर दिया जाता है। नगर क्षेत्र की छहों दुकानों पर खाद्यान्न आपूर्ति में धाँधली की शिकायतें हैं। जो कार्ड धारक आपूर्ति कार्यालय जाता है उससे चेयरमैन से लिखा लाने के लिए कहा जाता है।

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चेयरमैन प्रतिनिधि गंगाराम का कहना है कि नगर क्षेत्र के सभी मोहल्लों में आमजनता कोटेदारों व यहां पर बैठे हुए अधिकारी की कार्यप्रणाली से आजिज है। आदर्श नगर पंचायत सिधौली के अध्यक्ष प्रतिनिधि गंगाराम राजपूत ने कोटेदारों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए आपूर्ति अधिकारी को इस मनमानी के लिए दोषी ठहराया है।

नगर पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती मीना राजपूत व उनके एक्जीक्यूटिव बोर्ड के चौदहों सदस्यों ने 30 दिसम्बर 2017 को डीएसओ, डीएम, खाद्य एवं रसद आयुक्त और मुख्यमंत्री को संबोधित मांगपत्र देकर शासन की मंशा के अनुरुप खाद्यान्न दिए जाने के लिए कहा था। लेकिन स्थानीय कोटेदार और आपूर्ति अधिकारी की मनमानी से शासन की नीतियों को पलीता लगाया जा रहा है।

शुक्रवार को नगर पंचायत सिधौली में आये शिकायतकर्ता ज्ञानवती पत्नी बृजलाल निवासी मोहल्ला संतनगर, सुनील कुमार पुत्र मदन कटियार निवासी गोविंदनगर , श्रीमती रजनी पत्नी रामनाथ निवासी मोहल्ला नरोत्तम नगर व कनक श्रीवास्तव पत्नी आशीष श्रीवास्तव निवासी गोविंदनगर ने आरोप लगाया कि उनसे राशन कार्ड बनवाये जाने के नाम पर कोटेदारों ने अवैध वसूली की है।

नगर पंचायत सिधौली के भीतर अपात्र उपभोक्ताओं को सार्वजनिक वितरण प्रणाली का खाद्यान्न अवैध तरीके से दिया जा रहा है। कोटेदार डोर टू डोर बायोमेट्रिक मशीन लेकर जाते हैं और अंगूठे लगवाकर खाद्यान्न की चोरी कर रहे हैं। कोटे से राशन उठाने वालों में कई सरकारी विभागों के कर्मचारी तक हैं। जिनके द्वारा गरीबों के निवाले को उनके मुंह से छीना जा रहा हैं। चेयरमैन प्रतिनिधि ने नगर की कोटा व्यवस्था में सुधार किए जाने की मांग की है।

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