8 अलग होटलों में रुकेंगी IPL की टीमें, BCCI ने सभी के लिए जारी किए ये प्रोटोकॉल

संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई में कोरोना वायरस महामारी के बीच आयोजित होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में काफी कुछ बदला-बदला नजर आएगा। फिलहाल तो सभी आइपीएल फ्रेंचाइडियों को ये चिंता सता रही है कि टीम के खिलाड़ी और अन्य सदस्यों को कहां ठहराया जाए, जहां सभी की स्वास्थ्य सुरक्षा रहे। ऐसे में बीसीसीआइ और फ्रेंचाइजियों ने फैसला किया है कि आठ अलग टीम आठ अलग-अलग होटलों में ठहरेंगी। इसके अलावा समय-समय पर खिलाड़ियों के कोरोना टेस्ट होंगे, जबकि बायो-बबल तोड़ने पर सजा मिलेगी। ये बातें आइपीएल के लिए बनाई गई बीसीसीआइ की एसओपी में भी मौजूद हैं।

एसओपी में बताया गया है कि प्रत्येक फ्रेंचाइजी की मेडिकल टीम को सभी खिलाड़ियों की एक मार्च से अब तक की मेडिकल और यात्रा की जानकारी रखनी होगी। सभी भारतीय खिलाड़ियों और सहायक स्टाफ को दो कोविड 19 पीसीआर टेस्ट कराने होंगे। टेस्ट निगेटिव आने पर ही यूएई जाने की इजाजत होगी। यह नियम विदेशी खिलाड़ियों पर भी लागू होगा। यूएई पहुंचने पर पहले, तीसरे और छठे दिन टेस्ट होंगे। वहीं, बीच टूर्नामेंट में भी प्रत्येक पांचवे दिन टेस्ट होगा।

खिलाड़ियों को सुरक्षित माहौल छोड़ने की इजाजत नहीं होगी। ऐसा करने पर सजा भी दी जाएगी। कोई भी पॉजिटिव आने वाला खिलाड़ी 14 दिन तक क्वारंटाइन में रखा जाएगा। सभी टीम आठ अलग-अलग होटल में रुकेंगी। होटल में एक अलग विंग में टीम के सदस्यों को कमरे दिए जाएंगे। तीसरे टेस्ट के निगेटिव आने के बाद खिलाड़ी उचित दूरी बनाकर और मास्क पहनकर मिल सकेंगे। वहीं, खिलाड़ी अपने कमरे में खाना मंगा सकेंगे। उन्हें डाइनिंग एरिया में जाने की जरूरत नहीं होगी।

खाली स्टैंड होंगे ड्रेसिंग रूम का हिस्सा

बीसीसीआइ की आइपीएल को लेकर एसओपी में बताया गया है कि खाली स्टैंड को ट्रेनिंग और मैच के दौरान ड्रेसिंग रूम के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही मैच के बीच में होने वाली रणनीति बैठक भी मैदान की जगह इन खाली स्टैंड में हो सकेंगी। वहीं, खिलाड़ियों और सहायक स्टाफ के परिवार उनके साथ रह सकते हैं, लेकिन वे टीम बस में नहीं जाएंगे और उन्हें सुरक्षित माहौल को छोड़ने की अनुमति नहीं होगी।

एसओपी में बताया गया है कि वेन्यू क्रिकेट ऑपरेशन टीम ड्रेसिंग रूम के लिए सही जगह का चुनाव करेगी। वहीं, टीमों को भी टीम शीट के लिए हार्ड कॉपी की जगह इलेक्ट्रोनिक टीम शीट के इस्तेमाल के लिए कहा गया है। फ्रेंचाइजी स्कालेन हाइपरचार्ज कोरोना कैनोन भी लगा सकती हैं। इस मशीन में कम जगह वाले स्थान में फैले वायरस को खत्म करने की क्षमता है। वहीं, मेडिकल टीम भी खिलाड़ियों के संपर्क में आने के लिए पीपीई किट पहनेगी। खिलाड़ियों को होटल लौटने पर सबसे पहले नहाने की सलाह दी गई है।

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