रक्षा बंधन पर धर्मेंद्र को याद आयी मुंहबोली बहन, मुंबई में संघर्ष के दिनों में दी थी पनाह

देशभर में रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जा रहा है। बहन-भाई के प्यार के प्रतीक इस त्योहार ने हिंदी सिनेमा की कहानियों में भी जज़्बात के ख़ूब रंग बिखेरे हैं। वहीं, इन किरदारों को निभाने वाले कलाकारों के जीवन में भी इस त्योहार की छाप नज़र आती है। वेटरन एक्टर धर्मेंद्र ने पर्दे पर कई बार इस त्योहार की जज़्बाती तस्वीर को पेश किया है तो वास्तविक ज़िंदगी में वो अपनी एक ऐसी बहन को याद करके भावुक हो जाते हैं, जिसने मुफ़लिसी और संघर्ष के दिनों में सगी बहन की तरह उनकी देखभाल की थी। धर्मेंद्र ने अपनी इस बहन को याद करते हुए भावुक पोस्ट लिखी है।

धर्मेंद्र ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें उनकी यह मुंहबोली बहन की राखी बांधते हुए तस्वीर है। इस तस्वीर के बैकग्राउंड में धर्मेंद्र ने एडिटिंग के ज़रिए अपनी हिट फ़िल्म रेशम की डोरी के गीत ‘बहना ने भाई की कलाई पर प्यार बांधा है…’ का इस्तेमाल किया है, जो रक्षा बंधन के मौके पर एक एंथम की रह बजाया जाता है। इस तस्वीर में धर्मेंद्र की उम्र काफ़ी कम है।

इसके साथ हिंदी सिनेमा के हीमैन ने लिखा- इस प्यार बहना ने मेरे सबसे संघर्षों वाले दिनों में मेरी देखभाल की थी। मैं इस बड़े शहर में अकेला था। इसने मुझे पनाह दी थी।

धर्मेंद्र ने सोशल मीडिया के ज़रिए अपनी इस मुंहबोली बहन के बारे में बताया था कि वो उनके ही गांव की थीं और मुंबई के माटुंगा रोड इलाक़े में अपने रेल्वे क्वार्टर में रहती थीं। धर्मेंद्र जब हीरो बनने मुंबई आये तो उन्हीं के घर में उन्हें शरण मिली थी।

धर्मेंद्र को वो अपने भाई की तरह मानने लगीं और हर साल रक्षा बंधन पर राखी बांधती थीं। इससे पहले धर्मेंद्र ने लीजेंडरी एक्टर दिलीप कुमार और लता मंगेशकर की एक थ्रोबैक तस्वीर पोस्ट की, जिसमें लता यूसुफ साहब को राखी बांध रही हैं। इस तस्वीर के साथ धर्मेंद्र ने रक्षा बंधन की बधाई दी।

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