एक दिन पहले बनाया गया था Whatsapp Group, 4 फरवरी को कुल 9 लोगों को जान से मार दिया गया

24-25 फरवरी को उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों को लेकर दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच लगातार चार्जशीट दाखिल कर रही है। इस कड़ी में गोकुलपुुरी इलाके में हुए हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस  क्राइम ब्रांच ने कड़कड़डूमा कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी है। इस चार्जशीट में पुलिस ने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं।

इसके मुताबिक, दंगाइयों ने एक दिन पहले यानी 23 फरवरी को वाट्सऐप ग्रुप बनाकर हिंसा की तैयारी कर ली थी। इतना ही नहीं, वाट्सऐप ग्रुप से यह भी जानकारी मिली है कि भीड़ के जरिये हिंसा को अंजाम दिया गया। कड़कड़डूमा कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में यह भी बताया गया है कि किस तरह उत्तर पूर्वी दिल्ली के गोकुलपुरी इलाके के जोहरीपुर पुलिया नाले में 9 लोगों की हत्या कर उनके शव फेंक दिए गए थे। इस हत्या में अब तक कुल 9 लोग गिरफ्तार हुए हैं।  3 मार्च 2020 को गोकुलपुरी थाने में दर्ज तीन एफआईआर पर यह चार्जशीट दायर हुई है. तीनों एफआईआर में 9 लोगों को आरोपी बनाया गया है।

पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक, दंगाइयों ने 23 फरवरी को एक वाट्सऐप ग्रुप बनाया और अगले कुछ घंटों के दौरान इस ग्रुप में 125 लोगों को जोड़ लिया था। व्हाट्सएप ग्रुप के मेंबर ने सदस्यों से कहा था कि वह गंगा विहार का रहने वाला है। उसके पास हथियार, हिंसा के सारे सामान हैं। गोली बंदूक सब कुछ.. अभी-अभी दो मारे भी हैं और नाले में फेंका है। चार्जशीट के मुताबिक व्हाट्सएप ग्रुप का मुख्य आरोपी अभी तक फरार है।

ऐसे हुए खुलासा

दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की मानें तो जांच के दौरान एक आरोपित की गिरफ्तारी कर उसका मोबाइल फोन बरामद किया था और जब मोबाइल फोन की स्कैनिंग की गई तो चौंकाने वाले राज सामने आए। इस मोबाइल फोन से बता चला कि एक वाट्सऐप ग्रुप में कुल 100 से अधिक लोग जु़ड़े और सबका मकसद हिंसा से था। बता दें कि वाट्सऐप ग्रुप का एमडिन और मुख्य आरोपित अब भी फरार है।

गौरतलब है कि राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर और नागरिकता संसोधन बिल के विरोध के मद्देनजर 24-25 फरवरी को उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों में के दौरान 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, सैकड़ों लोग घायल हुए थे, जबकि हजारों गाड़ियों के  साथ स्कूलों तक को आग के हवाले कर दिया गया था।

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