CHAINIS AAP पर बैन लगने के बाद अब देशी TikTok ऐप्स की बढ़ी डिमांड,तेजी से शिफ्ट हुए भारतीय

केंद्र सरकार की ओर से चीनी के बैन के बाद लाखों की संख्या में लोग देशी TikTok ऐप की तरफ शिफ्ट हुए हैं। सरकार की तरफ से चीन के साथ सीमा विवाद और 20 सैनिकों की शहादत के बाद 59 चीनी ऐप्स को बंद करने का निर्णय लिया। इस फैसले को चीन पर आर्थिक दबाव बनाने के तौर पर देखा जा रहा है। केंद्र ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए जिन 59 ऐप्स को बैन किया गया है, उनमें Tiktok, Helo और Likee जैसे पॉप्युलर ऐप्स शामिल हैं। पीएम मोदी ने भी चीन ऐप के बैन को ताकत देने के लिए चीनी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Weibo के अपने अकाउंट को बंद कर दिया। चीनी कंपनी ने भारतीय अथॉरिटी के आग्रह पर सोशल मीडिया पर मौजूद पीएम मोदी की तस्वीरों और पोस्ट को डिलीट कर दिया है।

बता दें कि भारत ग्लोबल इंटरनेट प्लेयर के लिए बड़ी और काफी अहम मार्केट है। Sharechat और Roposo ने कहा कि चीनी ऐप के बंद होने के बाद उनके प्लेटफॉर्म पर नए यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है। Sharechat ने बताया कि चीनी ऐप के 48 घंटों में करीब 1.5 करोड़ नए डाउनलोड हासिल हुए हैं। एक अनुमान के मुताबिक हर 30 मिनट में करीब 15 लाख नए यूजर्स प्लेटफॉर्म से जुड़े हैं। ShareChat के मौजूदा वक्त में करीब 150 मिलियन रजिस्टर्ड यूजर हैं। ShareChat की पब्लिक पॉलिसी के डायरेक्टर बर्गेस मालू के मुताबिक सरकार का एक स्वागत योग्य कदम है।
यह कदम  उन प्लेटफार्मों के खिलाफ है, जिनसे देश को गोपनीयता, साइबर सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है। हम उम्मीद करते हैं कि इससे भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को सपोर्ट मिलेगा। हालांकि जानकारों की मानें, तो घरेलू ऐप के सामने फॉलोअर के लिए अच्छा कंटेंट उपलब्ध कराना होगा। इसके लिए भारतीय स्टार्टअप को इन्वेस्टमेंट करना होगा साथ ही स्टॉफ को बढ़ाना होगा।

Owners InMobi के चीफ एक्जीक्यूटिव नवीन तिवारी ने कहा कि वीडियो ऐप Roposo से पिछले कुछ दिनों में करीब एक करोड़ नए यूजर्स जुड़े हैं। इससे Roposo का यूजर बेस 75 मिलियन हो गया है। भारत में बैन से पहले Tiktok के करीब 120 मिलियन भारतीय यूजर्स थे। तिवारी ने कहा कि चीनी ऐप बैन से लोकल प्लेटफॉर्म को बड़ा मौका मिल सकता है। बता दें कि अमेरिका, चीन और रूस के बाद वैश्विक स्तर पर बड़ा टेक हब बन गया। इसके साथ एक डर यह भी है कि विदेशी ऐप घरेलू मुद्दों खासकर पॉलिटिक्स को प्रभावित कर सकते हैं। दिल्ली के सीनियर डिजिटल एनालिस्ट ने कहा कि चीनी ऐप की गहरी पैठ से स्वतंत्र लोकतंत्र जैसे देश भारत को नुकसान हो सकता है और भारत के अंदरुनी मामलों में दखल दे सकते हैं।

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