e-एजेंडा आजतक में आईटी और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने की शिरकत, कही ये बात…

केंद्रीय आईटी और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को आजतक के खास कार्यक्रम e-एजेंडा में शिरकत करते हुए मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर बात की.

जब रविशंकर प्रसाद से यह पूछा गया कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी कह रहे हैं कि मजदूरों के खाते में मोदी सरकार नकद पैसे क्यों नहीं भेज रही है? इसका जवाब देते हुए रविशंकर बोले,” पहले राहुल गांधी ने इस बारे में सवाल उठाया तो हमने तीन दिन पहले इसका जवाब दिया था. अब सोनिया गांधी पूछ रही हैं, फिर प्रियंका पूछेंगी. हम एक ही परिवार के एक ही सवाल का कब तक जवाब देंगे, और नेता भी बोलें तो अच्छा लगेगा हमें. प्रियंका और सोनिया गांधी को जवाब देने के लिए यूपी की सरकार पर्याप्त है.”

राहुल-सोनिया गांधी की बातों का जवाब देते हुए वह बोले,” 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज में से 20 करोड़ महिलाओं के खाते में 500 रुपये गए हैं कि नहीं गए. इस पैकेज में करोड़ों लोगों को तीन महीने का मुफ्त राशन मिला है कि नहीं? मनरेगा की राशि बढ़ाई गई या नहीं? किसानों के खाते में हजारों करोड़ों रुपये गए हैं या नहीं? सारे किसानों से ऋण वसूली को तीन महीनों के लिए रोका है कि नहीं? यह काम तो हम कर ही रहे हैं.”

रविशंकर आगे बोले, “बार-बार एक ही परिवार की राजनीति के लिए हम कब तक जवाब देंगे? बेटे ने कहा 7 हजार दो, माताजी ने कहा 10 हजार दो, इस पारिवारिक कॉम्पिटिशन में मुझे नहीं पड़ना है. हमें गरीबों के आंसू पोंछने हैं और वह हम कर रहे हैं. 37 करोड़ जनधन अकाउंट, 121 करोड़ मोबाइल फोन और 126 करोड़ आधार को जोड़ा और गरीबों के राशन की सब्सिडी, गैस की सब्सिडी उनके अकाउंट में भेजना शुरू किया. हमने पिछले पांच-छह सालों में 11 लाख करोड़ रुपये सीधा जरूरतमंदों को भेजा है.

जरूररतमंदों के खाते में सीधे रुपये भेजने के मामले में रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस को ही घेरते हुए कहा, “राहुल-सोनिया गांधी ने अपनी ही सरकार के मुख्यमंत्रियों से किसी के भी खाते में 7 हजार या 10 हजार रुपये डलवाए हैं क्या? कांग्रेस शासित राज्य क्यों नहीं राहुल-सोनिया गांधी की बात मानकर प्रवासी मजदूरों के खाते में रुपये डाल देते?”

बता दें कि मोदी सरकार 2.0 के सत्ता पर काबिज हुए एक साल पूरा होने के मौके पर आजतक पर आज पूरे दिन ई-एजेंडा का मंच सजा है. ई-एजेंडा आजतक के मंच पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता शिरकत कर रहे हैं. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ पर एक तरफ जहां दिग्गज मंत्री कामकाज का लेखा-जोखा दे रहे हैं तो वहीं विपक्ष के नेता भी अपनी राय रख रहे हैं.

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