रेल मंत्री ने दिया भरोसा, अगले साल के आखिरी महीने से कश्मीर से कन्याकुमारी तक दौड़ेंगी ट्रेने

अगले साल के आखिरी महीने से कश्मीर से कन्याकुमारी तक रेलगाड़ियां दौड़ने की पूरी उम्मीद है। जम्मू-श्रीनगर-बारामुला रेललाइन के कटड़ा-बनिहाल सेक्शन का निर्माण दिसंबर 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा। यह रेलवे ट्रैक बनते ही कश्मीर से कन्याकुमारी तक रेल संपर्क बहाल हो जाएगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने दैनिक जागरण द्वारा आयोजित एक वर्चुअल राउंड टेबल कांफ्रेंस में यह भी बताया कि हिमाचल प्रदेश से लेह को रेलवे ट्रैक के जरिए जोड़ने की परियोजना को भी जल्द शुरू किया जाएगा।

जम्मू-ऊधमपुर-श्रीनगर-

बारामुला रेल परियोजना देश की सबसे महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं में एक है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने इस परियोजना की नींव 2003 में रखते हुए इसे राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिया थ। यह परियोजना वर्ष 2007 मे पूरी होनी थी, लेकिन अभी भी इसका काम चल रहा है।

अलबत्ता, इस दौरान जम्मू-ऊधमपुर-कटड़ा और बनिहाल-श्रीनगर-बारामुला सेक्शन का निर्माण कार्य पूरा होने के साथ ही रेल परिचालन भी बहाल हो गया। वर्तमान में सिर्फ कटड़ा से बनिहाल सेक्शन का निर्माण बाकी है। इस पर काम तेजी से चल रहा है। इसके पूरा होने पर श्रीनगर के लिए सीधी रेल सेवा बहाल हो पाएगी।

रेल मंत्री ने बताया कि इस समय कटड़ा-बनिहाल रेलवे सेक्शन पर काम चल रहा है। इसी क्षेत्र में दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है। काम में देरी के कई कारण रहे हैं। पहले स्थानीय स्तर पर भी सहयोग नहीं मिलता था, प्रशासनिक दिक्कतें थीं। सितंबर 2018 के बाद से काम बड़ी तेजी से हो रहा है। लॉकडाउन के कारण इस साल काम प्रभावित हुआ है, लेकिन हमने काम को फिर शुरू किया है। श्रमिकों व इंजीनियरों को वापस काम पर बुला रहे हैं। दिसंबर 2021 तक इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य है। हम इसे पूरा कर लेंगे और इसके साथ ही घाटी के लिए सीधा रेल संपर्क बहाल हो जाएगा।

कश्मीर से कन्याकुमारी तक रेल सेवा होगी। लेह तक रेलवे लाइन के प्रस्ताव में रुकावट दूर होगी केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को रेल के जरिए जोड़ने की परियोजना पर पीयूष गोयल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के रास्ते लेह तक रेलवे लाइन का प्रस्ताव है। यह परियोजना भी सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। हम किसी भी ऐसी परियोजना को नहीं रोकते जो सुरक्षा और सामरिक हितों से जुड़ी होती है। यह परियोजना कहां रुकी है, इसका पता लगाया जाएगा। रेलवे मंत्रालय सभी महत्वपूर्ण परियोजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करता है। इस परियोजना को भी जल्द पूरा किया जाएगा।

रेल परियोजनाओं में निवेश बढ़ाएंगे

लॉकडाउन से पैदा हालात में रेलवे की विभिन्न परियोजनाओं के प्रभावित होने संबंधी सवाल पर रेल मंत्री ने कहा कि पूंजीगत निवेश की सभी परियोजनाएं जारी रहेंगी। इनमें कोई कटौती नहीं होगी। हम निवेश को बढ़ाएंगे। अगर आवश्यकता हुई तो देश-विदेश में लोगों को जोड़ेंगे, उन्हें निवेश के लिए प्रोत्साहित करेंगे। इसके अलावा पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप का भी मॉडल भी अपनाएंगे।

सिर्फ कटड़ा से बनिहाल तक जोड़ना है बाकी

जम्मू-ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक के 326 किलोमीटर का कुछ ही हिस्सा पूरा होना बाकी है। इस परियोजना में जम्मू संभाग के कटड़ा से कश्मीर घाटी के बनिहाल के बीच 111 किलोमीटर के हिस्से पर काम चल रहा है, जिसके अगले साल दिसंबर तक पूरा होने की रेल मंत्री ने बात की है। इस ट्रैक पर रियासी जिले में टनल नंबर-5 ही मुख्य बाधा थी, जो पिछले साल ही दूर कर ली गई थी। इस रेल लाइन पर कुल 27 पुल, 37 सुरंगें हैं। दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल भी इस पर है। 12 किलोमीटर लंबी एशिया की सबसे लंबी रेल सुरंग भी इस रूट की अहमियत को बढ़ाएगी।

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