31 मई को खत्म हो रही है लॉकडाउन 4.0 की मियाद, राज्यों को लॉकडाउन की जिम्मेदारी दे सकता है केंद्र

कोरोना संकट के कारण लगाए गए लॉकडाउन के चौथे चरण की मियाद 31 मई को खत्म होने वाली है. ऐसे में लोगों के मन में सवाल है कि क्या लॉकडाउन से आजादी मिलेगी या लॉकडाउन का पांचवां चरण लागू किया जाएगा? अगर लॉकडाउन-5.0 लागू किया जाता है तो उस दौरान क्या-क्या छूट मिलेगी? इन सवालों का जवाब हर कोई चाहता है.

अभी तक केंद्र सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि लॉकडाउन की जिम्मेदारी केंद्र, राज्यों सरकारों के कंधे पर डाल सकता है. राज्य सरकारों को तय करना पड़ सकता कि लॉकडाउन लागू रहेगा या नहीं. अगर लागू होता है तो किन-किन गतिविधियों में और छूट दी जा सकती है.

फिलहाल, लॉकडाउन के चौथे चरण में फ्लाइट और ट्रेन सेवा की शुरुआत कर दी गई है. माना जा रहा है कि 1 जून के बाद से पटरी पर और ट्रेनें लौट आएंगी और फ्लाइट्स की संख्या भी बढ़ा दी जाएगी. हालांकि, राज्यों को 1 जून के बाद तय करना होगा कि सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में अधिक से अधिक क्या ढील जा सकती है.

इसके साथ ही राज्यों को मेट्रो संचालन के साथ ही मॉल, मल्टीप्लेक, स्वीमिंग पुल, जिम, धार्मिक स्थलों समेत उन गतिविधियों पर भी फैसला लेना होगा, जो लॉकडाउन के चौथे चरण में प्रतिबंधित कर दिए गए थे. कई राज्य लॉकडाउन में ढील को लेकर खुद फैसले करने लगे हैं.

राजस्थान के मंत्री प्रताप सिंह खाचारियावास ने कहा कि हम केंद्र सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हैं और आगे भी करते रहेंगे ताकि कोरोना से लड़ा जा सके. भविष्य में हम ऐसे प्रबंध करेंगे ताकि लोगों की जिंदगी को दोबारा पटरी पर लाया जा सके और उन्हें कोरोना से बचाया जा सके.

वहीं, बिहार के मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि लॉकडाउन को लेकर फैसला जल्द लिया जाएगा. गौरतलब है कि कर्नाटक ने 1 जून से मंदिरों को खोलने का ऐलान किया है. सीएम बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि सरकार द्वारा संचालित सभी मंदिरों को 1 जून के बाद से खोल दिया जाएगा. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का जरूर पालन किया जाएगा.

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