लखनऊ में केजीएमयू के क्वीन मेरी में बच्चा चोरी, पुलिस नहीं मिला कोई सुराग

एक तरफ दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। दूसरी ओर राजधानी स्थिति केजीएमयू में बच्चा चोर सक्रिय है। यहां के क्वीन मेरी अस्पताल में रविवार शाम को बच्चा चोरी हो गया। इसको लेकर देर रात तक अफरातफरी मची रही। मौके वा पहुंची पुलिस ने छानबीन की, मगर कोई सुराग नहीं लग सका।

हरदोई के पिहानी निवासी ममता ने सिजेरियन प्रसव से ममता ने एक बच्चे को जन्म दिया। पति जगदीश ने उन्हें क्वीन मेरी अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने ममता का ऑपरेशन किया। सिजेरियन प्रसप से ममता ने एक बच्चे को जन्म  दिया। वहीं, रविवार शाम को बच्चा चोरी होने से उसकी गोद सूनी हो गई।

वेटिंग एरिया में बच्चे को टहल रहा था पिता 

केजीएमयू की प्रवक्ता डॉ. स्मृति अग्रवाल के मुताबिक प्रसूता का पति जगदीश बच्चे को गोद में लेकर वेटिंग एरिया में खिला रहा था। अचानक उसे वॉशरूम जाना पड़ा। उसने वेटिंग एरिया में फर्श पर लेटी महिला को बच्चा कुछ देर संभालने के लिए दे दिया। जब वह लौटकर आया तो महिला बच्चा समेत गायब थी। डॉ. स्मृति अग्रवाल के मुताबिक पुलिस को सूचना दे दी गई है। वह रात 11 बजे तक छानबीन करती रही।  पुलिस का कहना है कि जल्द ही मामले का राजफश होगा।

पीड़ित को दिलासा देती रहीं डॉक्टर 

ममता ने बेटे को जन्म दिया था। बच्चा चोरी होने की जानकारी मिलते ही प्रसूता का हाल बेहाल हो गया । ऑपरेशन होने की वजह मिलने का दिलासा दे रहीं थीं। मगर उसकी स्थिति बिगड़ती जा रही थी।

सीसी फुटेज में बच्चा ले जाते दिखी महिला 

एसीपी चौक  डीपी तिवारी के मुताबिक, अस्पताल में एक महिला द्वारा बच्चा चोरी की बात सामने आई है। पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर सीसी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। फुटेज में महिला बच्चे को लेकर जाते हुए देखी गई है।

करोड़ों खर्च, सुरक्षा व्यवस्था ध्वस्त 

पुलिस ने बच्चा चोर महिला का सुराग लगाने के लिए कैमरे की फुटेज खंगालने की कोशिश की। चर्चा है कि उसके फुटेज स्टोर नहीं नहीं मिली।  कारण सीसी कैमरा खराब बताया गया। यह हाल तब है कि जब सरकार केजीएमयू को 950 करोड़ रुपये हर वर्ष दे रही है।  इसके अलावा संस्थान ककी खुद की करोड़ों की आय है। सुरक्षा कंपनियों को हर माह लाखों का भुगतान किया जा रहा है। बावजूद इसके क्वीन मेरी से बच्चा चोरी हो गया।

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