महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमित से हों सकती है ये बीमारियाँ, जानें क्या है कारण अनियमिता….

सभी महिलाओं में माहवारी का समय अलग-अलग होता है। किसी महिला का मासिक धर्म चक्र 24 दिनों का होता है, किसी महिला का 28 दिनों का या किसी का मासिक चक्र 35 दिनों का माना जाता है। कई महिलाएं ऐसी भी होती हैं, जिनका मासिक चक्र निश्चित नहीं होता है क्योंकि उनके हार्मोन में बदलाव होते रहते हैं। इस वजह से उनका मासिक धर्म या तो ज्यादा दिनों तक आता है या फिर माहवारी आने में कई माह भी लग जाते हैं। इसी वजह से महिलाओं को एनिमिया, वजन बढ़ने के साथ कई गंभीर बीमारियां हो जाती है।

इस कारण अनियमित होती है माहवारी
www.myupchar.com के अनुसार, मासिक धर्म शुरू होने से पहले वर्ष के दौरान, कई बार ये अनपेक्षित होते हैं और कभी भी आ जाते हैं। वैसे तो अनियमित माहवारी किशोरावस्था की लड़कियों को होती है, क्योंकि उनमें ओवुलेशन कम होता है। इस कारण हार्मोन असंतुलित होते हैं। शरीर में हार्मोन संतुलन धीरे-धीरे कुछ सालों में बनने लगता है और माहवारी नियमित हो जाती है। महिलाओं में माहवारी का अनियमित होने का कारण मुख्य कारण वजन अधिक होना और आकस्मिक तनाव भी माना जाता है। इसके अलावा भी ऐसे कई कारण हैं, जिससे महिलाओं की माहवारी अनियमित हो जाती है।

क्या होता है अनियमित मासिक धर्म
मेडिकल साइंस में अनियमित मासिक चक्र उस तरह के रक्तस्त्राव को कहते हैं, जब किसी महिला में पिछले माह के मासिक चक्र से अलग होता है। ऐसे में मासिक चक्र देर से या समय से काफी पहले शुरू हो सकता है। इस दौरान महिला का रक्तस्त्राव कम, सामान्य या अधिक भी हो सकता है। गौरतलब है कि स्वस्थ महिला के शरीर में एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन और टेस्टोस्टेरोन जैसे तीन हार्मोन्स मौजूद होते हैं। कुछ महिलाओं में इन हार्मोन्स का संतुलन बिगड़ जाता है, जिसके कारण मासिक चक्र में बदलाव हो जाता है।

मासिक धर्म न आने के कारण
किसी माह मासिक धर्म न आना गर्भ ठहरने का कारण हो सकता है। इस दौरान शरीर में कई तरह के हार्मोन बनते हैं। इसके अलावा यदि महिला की आयु 50 साल के आसपास है तो भी मासिक धर्म अनियमित हो सकते हैं, क्योंकि यह एक असामान्य बात है। साथ ही कुछ युवतियों को शुरुआत में मासिक धर्म अनियमित हो सकता है क्योंकि मासिक धर्म शुरू होने के प्रारंभिक दो सालों में शारीरिक हार्मोन में कई तरह के बदलाव होते हैं। हालांकि, उपरोक्त सभी स्थिति में डॉक्टर से परामर्श जरूर लेना चाहिए। इस परिस्थियों के अतिरिक्त यदि मासिक धर्म अनियमित होता है तो ज्यादा चिंता का विषय हो सकता है और सतर्क रहने की जरूरत है।

इन गलतियों से भी होती है अनियमितता
अनियमित मासिक धर्म के कई कारण हैं। तनावपूर्ण जीवन शैली भी ओवुलेशन को रोक सकता है। तनाव के कारण हाई ब्लड प्रेशर होता है, जो हार्मोन के उत्सर्जन को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा जो महिलाएं अपने आहार में एंटी-ऑक्सीडेंट कम मात्रा में लेती है, उन्हें भी अनियमित मासिक धर्म का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही जो महिलाएं अधिक व्यायाम करती है उन्हें भी अत्यधिक शारीरिक तनाव के कारण अनियमित मासिक धर्म आ सकता है। इसलिए महिलाओं को व्यायाम करते समय सावधानी रखनी चाहिए।

योग व सामान्य व्यायाम जरूर करें
महिलाओं को यदि तनाव के कारण मासिक धर्म अनियमित हो रहे हैं तो रोजाना योग जरूर करना चाहिए। इसके अलावा संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन जरूर करना चाहिए। रोजमर्रा के आहार में स्वस्थ वसा और फाइबर व प्रोटीन युक्त भोजन जरूर लेना चाहिए। इसके अलावा शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर भी बनाए रखना चाहिए।

www.myupchar.com से जुड़े डॉ. विशाल मकवाना के अनुसार, मासिक धर्म बंद होना कोई रोग नहीं है, लेकिन यदि ऐसा कुछ दवाएं लेने से हुआ है तो डॉक्टर की सलाह जरूर लेना चाहिए।

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