जर्मनी से लौटने के बाद संक्रमित बेटे को छिपाने वाला बेंगलुरु का रेलवे अधिकारी को किया सस्‍पेंड

साउथ वेस्‍टर्न रेलवे ने अहम फैसला लेते हुए रेलवे की महिला अधिकारी को सस्‍पेंड कर दिया क्‍योंकि अपने 25 वर्षीय बेटे की ट्रैवेल हिस्‍ट्री को तो उन्‍होंने छिपाया ही साथ ही कोरोना वायरस से संक्रमित होने की बात भी नहीं बताई। केवल इतना ही नहीं उन्‍होंने बेंगलुरु रेलवे स्‍टेशन के रेस्‍ट हाउस में बेटे को रखा था। दरअसल कुछ दिनों पहले ही उनका बेटा जर्मनी से आया था और कोविड-19 के लिए टेस्‍ट में पॉजिटिव पाया गया। कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर जहां भारत समेत दुनिया भर के देशों में एहतियात बरते जा रहे हैं वहीं बेंगलुरु का यह मामला चौंकाने वाला है।

साउथ वेस्‍टर्न रेलवे की ओर से यह कदम उठाया गया है। बेगलुरु के रेलवे गेस्‍ट हाउस की यह घटना है। महिला अधिकारी ने अधिकारियों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी कि उनका बेटा जर्मनी से वापस आया है। साथ ही रेलवे रेस्‍ट हाउस में उसे रख कइयों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया। यह जानकारी रेलवे प्रवक्‍ता विजया ने प्रेट्र को दिया।

विजया ने बताया असिस्‍टेंट पर्सनल ऑफिसर (ट्रैफिक)को सस्‍पेंड किया गया है। स्‍पेन होते हुए जर्मनी से लौटे 25 वर्षीय युवक को 13 मार्च को बेंगलुरु के केपेगौडा अंतरराष्‍ट्रीय एयरपोर्ट पर उतरने के बाद क्‍वारंटाइन किया गया था बाद में 18 मार्च को हुए टेस्‍ट में पॉजिटिव पाया गया।

साउथ वेस्‍टर्न रेलवे अधिकारी ने बताया, ‘उन्‍होंने अपने बेटे को छिपाया लेकिन हममें से कईयों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया।’

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार रात देश को संबोधित कर रविवार को जनता कर्फ्यू की अपील की है। इसमें उन्‍होंने लोगों को सुबह 7 से शाम 9 बजे तक घर के भीतर ही रहने को कहा है।

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