सरगुजा जिले के लुंड्रा विकासखंड के सब्जी उत्पादक ग्रामों में ओलावृष्टि ने जमकर मचाई तबाही

Ambikapur News सरगुजा जिले के लुंड्रा विकासखंड के सब्जी उत्पादक ग्रामों में ओलावृष्टि ने जमकर तबाही मचाई है। रबी फसल से लहलहाते खेतों पर ओले कहर बनकर टूटे हैं। गेहूं की बालियों के डंठल टूट कर जमीन पर गिर गए हैं। सब्जियां बर्बाद हो गई हैं ।बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से बेहाल किसानों के बीच क्षेत्रीय विधायक डॉ प्रीतम राम भी पहुंचे। उन्होंने किसानों के साथ खेतों का अवलोकन किया।

फसलों की तबाही देखकर मौके पर ही उन्होंने तहसीलदार को तत्काल राजस्व विभाग की टीम लगाकर नष्ट हुए फसल का सर्वे पूर्ण कराने के निर्देश दिए। विधायक ने प्रभावित किसानों को आश्वस्त किया कि शासन स्तर से उन्हें ज्यादा से ज्यादा राहत उपलब्ध कराने की कोशिश की जाएगी ।लुंड्रा ब्लॉक का उदारी, बकना कला, बगदरी, राता, कोरीमा,करदोनी, जमड़ी व उसके आसपास के लगे गांव संभाग मुख्यालय अंबिकापुर से जुड़े हुए हैं। इन गांवों में बड़ी संख्या में किसान सब्जी की खेती करते हैं।

अंबिकापुर शहर सहित पड़ोसी जिलों में सब्जियों की आपूर्ति करने में इन गांव के किसानों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है ।समय से पहले बाजार में सब्जी लाकर ज्यादा आय अर्जित करने में पारंगत हो चुके किसानों ने वर्तमान में बड़े रकबे में खीरा और टमाटर की फसल लगाई थी। भिंडी के खेत भी लहलहा उठे थे। खीरा और भिंडी में फूल आना शुरू हो चुका था।

पैदावार शीघ्र होने की संभावना से किसान भी उत्साहित थे ।शनिवार की शाम अचानक मौसम ने करवट ली और उक्त गांव में जमकर ओलावृष्टि हुई ।बारिश और ओलावृष्टि थमने के बाद जब किसान खेतों में पहुंचे तो नजारा पूरी तरीके से बदला हुआ था। सब्जी वर्गीय फसलों के अलावा सरसों और गेहूं की फसल पूरी तरह से नष्ट हो चुकी थी।

शनिवार देर शाम विधायक डॉ प्रीतम राम को ओलावृष्टि से नुकसान की खबर मिली तो रविवार सुबह ही वे प्रभावित क्षेत्र के दौरे के लिए निकल गए ।उन्होंने बताया कि ओलावृष्टि और बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। 200 से अधिक किसान सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं। खेतों में खड़ी फसल की स्थिति ऐसी है कि एक दाना भी नहीं मिलेगा ।गेहूं में बालियां आ चुकी थी ।बालियों से लदे डंठल टूट कर खेतों में गिर गए हैं ।

सरसों भी खेतों में ही झड़ चुका हैं। खीरा ,टमाटर फसलों को भी बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है। विधायक डॉ प्रीतम राम ने किसानों के साथ खेतों में जाकर फसलों का अवलोकन किया। कई किसानों ने कई हेक्टेयर में फसल लगाई थी। ओलावृष्टि और बारिश से खेतों का नजारा ही बदला हुआ था।

किसानों ने अपनी व्यथा से भी विधायक को अवगत कराया।महंगे बीज और उन्नत तरीके से सब्जियों की खेती की बढ़ी लागत से भी उन्होंने विधायक को अवगत कराया। किसानों के समक्ष उत्पन्न परेशानी को देखते हुए विधायक डॉ प्रीतम राम ने तहसीलदार को निर्देशित किया कि अविलंब मैदानी अमले को क्षति का आकलन करने में लगाया जाए।

उन्होंने हिदायत दी कि पूरी पारदर्शिता के साथ सर्वे का काम होना चाहिए, इसमें गड़बड़ी सामने नहीं आनी चाहिए। उन्होंने प्रभावित किसानों को आश्वस्त किया कि सर्वे का काम तत्काल पूरा करा लिया जाएगा। प्रभावित किसानों को ज्यादा से ज्यादा मुआवजा देने की कोशिश की जाएगी।

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