फरवरी में कम बारिश के चलते पिछले दिनों उत्तर भारत में तापमान में तेजी से हुई बढ़ोत्तरी

देश के कुछ राज्यों में लगातार हो रही बारिश से मौसम बिगड़ा हुआ है। हालांकि, उत्तर भारत की बात की जाए तो यहां लोगों को गर्मी का एहसास होने लगा है। मौसम की जानकारी देने वाली एजेंसी स्काइमेट (skymetweather) का कहना है कि इस बार फरवरी में सामान्य से कम बारिश हुई है, जिस कारण तापमान बढ़ता जा रहा है। इसके अलावा स्काइमेट ने आने वाले कुछ दिनों के मौसम पर प्रकाश डाला है। एजेंसी के मुताबिक, जल्द उत्तर भारत में दो पश्चिमी विक्षोभ दस्तक देने वाले हैं। इनसे फिर एक बार मौसम में बदलाव आएगा और तापमान में गिरावट भी दर्ज की जाएगी।

रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी की तुलना में फरवरी में बहुत कम बारिश हुई है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के सभी जगहों पर औसत से कम बारिश इस फरवरी में रिकॉर्ड की गई है।

इसी कारण गर्मी बढ़ी, लेकिन बताया गया कि दो सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में दस्तक देने वाले हैं। जहां इन सिस्टमों के कारण अच्छी बारिश की उम्मीद जताई गई है। बता दें कि पहले पश्चिमी विक्षोभ 27 फरवरी को आएगा, जिससे 28 फरवरी की सुबह तक उत्तर भारत के पहाड़ों पर मौसम में बदलाव आ जाएगा। वहीं, बताया गया कि अगला सिस्टम 3 मार्च को दस्तक दे सकता है।

पश्चिमी विक्षोभ से यहां होगी बारिश और बर्फबारी

बताया गया कि सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पहुंचने से 28 फरवरी से 1 मार्च तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कई जगह पर बारिश और हिमपात होने की संभावना है। वहीं, पहाड़ों से मैदानी इलाकों की बात की जाए तो 28 फरवरी की रात से 1 मार्च तक हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश में बारिश का पूर्वानुमान लगाया गया है।

स्काइमेट के मुताबिक, 3 मार्च को दस्तक देने वाले दूसरे पश्चिमी विक्षोभ से 4 से 7 मार्च के बीच जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों के साथ-साथ मैदानी इलाकों पर फिर से बारिश दस्तक दोगी। उस दौरान दिल्ली-एनसीआर में भी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा बताया गया कि फरवरी में कम बारिश के चलते पिछले दिनों उत्तर भारत में तापमान में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई। दोपहर के समय तापमान बढ़ा, जिससे लोगों ने समय से पहले ही गर्मी का अनुभव किया।

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