उग्रवादियों का ट्रेनिंग सेंटर तब्दील होगा क्रिकेट के गुरुकुल में

श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने जाफना में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम तैयार करने का मन बना लिया है. श्रीलंका का जाफना इलाका हमेशा से लिट्टे के उग्रवादियों का गढ़ माना जाता रहा है. सदा से इस इलाके में उग्रवादियों को बंदूक चलाने की ट्रेनिंग दी जाती थी. जाफना अल्पसंख्यक तमिल समुदाय की सांस्कृतिक राजधानी है. श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने एक टीम का गठन कर जिसने इलाके का दौरा कर जमीन और जगह का मुआयना भी किया.

बोर्ड अध्यक्ष तिलंगा सुमतिपाला खुद अन्य सदस्यों के साथ यहां पहुंचे और इलाके का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि स्टेडियम निर्माण के लिये 50 एकड़ का प्लॉट देखने के लिये वह जाफना जिले के काइट्स क्षेत्र के मांडेथिवु में गये थे. श्रीलंका के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पश्चिम, दक्षिण या मध्य क्षेत्र में ही स्थित हैं. जाफना सदा से क्रिकेट से जुड़ा रहा है.

अब तक कुछ तमिल क्रिकेटर ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर श्रीलंका की तरफ से खेले हैं. इनमें विश्व में सर्वाधिक विकेट लेने वाले मुथैया मुरलीधरन भी हैं जो भारतीय मूल के हैं. क्रिकेटर से कमेंटेटर बने रसेल अर्नाल्ड भी तमिल हैं. बहरहाल श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड का ये फैसला क्रिकेट की बेहतरी के साथ इलाके के विकास में भी सहयोगी होगा. इस पहल से श्रीलंकन क्रिकेट को और भी कई सितारे आने वाले दिनों में जाफना की धरती से मिलेंगे.

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