निर्भया रेप कांड: अक्षय ने सुप्रीम कोर्ट से बोला-प्रदूषित हवा-पानी से मर रहे लोग, फिर फांसी क्यों?

निर्भया रेप केस में दोषी करार दिए गए अभियुक्त अक्षय कुमार ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की है. फांसी की सजा पाने वाले अक्षय ने पुनर्विचार याचिका में कई तरह की दलीलें दी हैं. उसने कहा है कि दिल्ली के लोग हवा-पानी के प्रदूषण से मर रहे हैं तो फिर फांसी क्यों दी जा रही है?

अक्षय ने याचिका में लिखा है, ‘दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर है और यह गैस चैंबर में तब्दील हो चुकी है. ऐसे में उसे मृत्यु दंड अलग से देने की क्या जरूरत है?’ बता दें कि दिसंबर 2012 में दिल्ली में 23 साल की निर्भया के साथ चलती बस में गैंगरेप किया गया था. बाद में इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई थी.

पुनर्विचार याचिका में कहा गया है कि दिल्ली का पानी भी जहरीला हो चुका है. ऐसे में जब जहर भरी हवा और पानी के चलते लोगों की उम्र काफी कम होती जा रही है फिर फांसी क्यों दी जा रही है.

निर्भया रेप मामले में दोषी करार दिए गए अक्षय कुमार ने वेद पुराण और उपनिषद का भी जिक्र किया है. अक्षय ने कहा है कि वेद पुराण और उपनिषद में लोगों के हजारों साल तक जीने का उल्लेख मिलता है. धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक सतयुग में लोग हजारों साल तक जीते थे. याचिका में लिखा है कि त्रेता युग में एक आदमी हजार साल तक जीता था. लेकिन अब कलयुग में आदमी की उम्र 50 से 60 साल तक सीमित रह गई है. तो फिर ऐसे में फांसी की सजा देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि तब तक तो वह खुद मर जाता है.

 

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