अगले माह सात दिसंबर को होगी भारतीय सैन्य अकादमी पासिंग आउट परेड…

भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में पासिंग आउट परेड अगले माह सात दिसंबर को होगी। जिसे देखते हुए अकादमी प्रबंधन तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गया है। पासिंग आउट परेड के लिए जेंटलमैन कैडेट भी खूब पसीना बहा रहे हैं।

बता दें, भारतीय सैन्य अकादमी की पहचान सेना को युवा अफसरों की खेप देने वाली बारामासी नदी के रूप में की जाती है। वैश्विक स्तर पर आइएमए उन चुनिंदा सैन्य प्रशिक्षण संस्थानों में से एक है, जहां प्रतिवर्ष सेना को सर्वाधिक व पारंगत अफसरों की फौज तैयार की जाती है।

भारत ही नहीं, बल्कि मित्र देशों के कैडेट भी अकादमी में सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। स्थापना से अब तक के साढ़े आठ दशक के सफर में अकादमी देश विदेश की सेना को 61 हजार 762 युवा सैन्य अधिकारी दे चुकी है। इनमें 20 से अधिक मित्र देशों को मिले 2342 सैन्य अफसर भी शामिल हैं। आगामी सात दिसंबर को अकादमी के इतिहास में देश-विदेश की सेना को 62 हजार से अधिक सैन्य अधिकारी देने का गौरव जुड़ जाएगा।

सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त 

अकादमी परिसर की सुरक्षा का दारोमदार गोरखा राइफल्स व अन्य सैन्य टुकड़ियों के जिम्मे है, जबकि बाहरी क्षेत्र की सुरक्षा का जिम्मा दून पुलिस के पास है। सेना व पुलिस के अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर रणनीति बना रहे हैं। खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हैं।

29 नवंबर को एसीसी का दीक्षा समारोह 

मुख्य पासिंग आउट परेड से पहले होने वाले कार्यक्रमों की तैयारियों को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस क्रम में 29 नवंबर को अकादमी के चेटवुड सभागार में आर्मी कैडेट कॉलेज (एसीसी) की ग्रेजुएशन सेरेमनी होगी। अकादमी के समादेशक ले. जनरल एसके झा एसीसी कैडेटों को जवाहर लाल नेहरू विवि की डिग्री प्रदान करेंगे। इसके बाद एसीसी के यही कैडेट सालभर तक आइएमए में सैन्य प्रशिक्षण लेंगे।

सैन्य प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पासिंग आउट बैच में जेंटलमैन कैडेटों को आगामी आगामी चार दिसंबर को खेत्रपाल सभागार में आयोजित होने वाले समारोह में सम्मानित किया जाएगा। पांच दिसंबर को जेंटलमैन कैडेट फुल ड्रेस रिहर्सल परेड (कमांडेट परेड) में शिरकत करेंगे।

रक्षा मंत्री हो सकते हैं रिव्यूइंग अफसर

सूत्रों के अनुसार इस बार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बतौर रिव्यूइंग ऑफिसर पीओपी में पहुंच सकते हैं। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत समेत थलसेना, वायुसेना व नौसेना के तमाम वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की पहुंचने की भी उम्मीद है।

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