करतारपुर कॉरिडोर का असर, पंजाब की मांग- मालवा क्षेत्र में दो नए पासपोर्ट केंद्र खोले केंद्र सरकार

करतारपुर कॉरिडोर के माध्‍यम से श्री करतापुर साहिब जानेवाले श्रद्धालुओं को दिक्‍कत हो रही है। पासपोर्ट न होने के कारण श्रद्धालु वहां दर्शन को नहीं जा पा रहे हैं। पासपोर्ट की शर्त न हटाने पर पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि दो नए पासपोर्ट केंद्र प्रदेश के मालवा इलाके में खोले जाएं। करतारपुर जाने के इच्छुक लोगों के पास पासपोर्ट न होने के कारण इन दिनों पासपोर्ट बनवाने वालों की भीड़ लगी हुई है।

पंजाब सरकार ने कहा है कि मालवा इलाके में पासपोर्ट केंद्रों की कमी है, इसलिए यहां पर दो केंद्र खोले जाने चाहिए। दोआबा क्षेत्र के लोगों का रुझान लंबे अर्से से विदेश जाने को लेकर है, इसलिए इस क्षेत्र के ज्यादातर लोगों के पास पासपोर्ट है, लेकिन मालवा में ऐसा नहीं है। यहां अब धीरे-धीरे विदेश जाने का प्रचलन बढऩे के कारण पासपोर्ट बनाने का काम शुरू हुआ है, लेकिन पासपोर्ट केंद्र न होने के कारण दिक्कतें आ रही हैं।

एडिशनल चीफ सेक्रेटरी होम सतीश चंद्रा ने बताया कि लोगों को पासपोर्ट बनाने में कोई दिक्कत न हो, इसलिए हर दो जिलों पर एक में पासपोर्ट केंद्र बनाया जा रहा है। उन्होंने माना कि करतारपुर साहिब जाने वालों का रुझान बढऩे के कारण पासपोर्ट बनवाने वालों की मांग भी बढ़ती जा रही है।

रविवार को बढ़ रही है करतारपुर जाने वालों की संख्या

करतारपुर साहिब जाने वालों की संख्या रविवार को बढ़ रही है। हालांकि अब भी लोगों में भ्रम है कि पाकिस्तान की मुहर लगने के बाद वह अन्य देशों में नहीं जा सकेंगे। सच्चाई यह है कि करतारपुर साहिब जाने के लिए पासपोर्ट केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान के लिए जरूरी किया गया है। इस पर न तो भारत की ओर से और न ही पाकिस्तान की ओर से कोई मुहर लग रही है। दोनों सरकारें केवल इसे स्कैन करके उसे लौटा देती हैं।

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