विश्व के जाने माने शाही परिवार के अजीबोगरीब नियम

कुछ समय पहले ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स भारत के दौरे पर आए थे। 15 नवंबर को उनके भारत दौरे का आखिरी दिन रहा था। प्रिंस चार्ल्स विश्व के सबसे चर्चित ब्रिटेन के शाही परिवार से ताल्लुक रखते हैं। महारानी एलिजाबेथ-द्वितीय, बेटे-बहुओं, पोते, पोतियों के अलावा रानी के करीबी रिश्तेदार इस शाही परिवार के सदस्य हैं। इस परिवार का नाम आते ही हमें उनका शाही अंदाज नजर आता है, उनकी ठाठबाट दिखती है। परन्तु क्या आपको पता है कि इस शाही परिवार में कई ऐसे अजीब नियम बने हैं, जो हर किसी को मानने पड़ते हैं। ये नियम सालो से चले आ रहे हैं।

अगर रानी खड़ी होती हैं, तो वहां शामिल हर शख्स के लिए खड़े होना जरूरी है। अगर आप रानी के साथ टेबल पर खाना खा रहे हैं, तो रानी के आखिरी निवाला खाने के बाद वहां मौजूद कोई भी शख्स खाना नहीं खा सकता है। रानी का अभिवादन करते समय शाही परिवार के पुरुष को गर्दन झुकानी होती है। हालाँकि महिलाओं को थोड़ा झुककर सम्मान देना होता है। परिवार के दो वारिस एक साथ सफर नहीं कर सकते है। मतलब पिता भी अपने पुत्र के साथ सफर नहीं कर सकता है। यह नियम उत्तराधिकारी की सुरक्षा के लिए बनाया गया है। हालांकि प्रिंस विलियम और केट ने हाल में यह नियम तोड़ते हुए अपने बच्चे के साथ सफर किया। शाही परिवार की सिर्फ विवाहित महिलाएं ही टियारा पहन सकती हैं। शाम 6 बजे के बाद यदि शाही परिवार की विवाहित महिला किसी कार्यक्रम में शामिल हो रही है, तो उन्हें हैट हटाकर टियारा पहनना होता है।

ब्रिटिश शाही परिवार में शेलफिश और लहसुन खाना मना है। शेलफिश इसलिए क्योंकि उससे एलर्जी और फूड प्वायजनिंग का खतरा बना रहता है। लहसुन प्रतिबंधित है क्योंकि रानी एलिजाबेथ को यह पसंद नहीं है। यहां चाय/कॉफी पीने का भी एक निश्चित तरीका है। कप के हैंडल को पकड़ने के लिए शाही परिवार के सदस्य अपने हाथ के अंगूठे और तर्जनी का प्रयोग करते हैं। जबकि मध्यमा से कप के निचले हिस्से को सपोर्ट देते हैं। खाना खाते समय शाही परिवार के सदस्य छुरी को हमेशा दाहिने हाथ में और कांटे को बाएं हाथ में पकड़ते हैं। कांटे का अगला हिस्सा नीचे यानी प्लेट की तरफ होता है।

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