मेट्रो व हवाई सेवा बेहतर होने से पटरी पर आएगा कानपुर का बंद उद्योग

उत्तर प्रदेश सरकार पूरब के मैनचेस्टर के नाम से विख्यात कानपुर के औद्योगिक नाम को फिर से पटरी पर लाने के लिए प्रयासरत है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार हरदीप सिंह पुरी के साथ कानपुर में मेट्रो प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी।

आइआइटी कानपुर प्रांगण में इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में पहले की सरकार शिलान्यास पर यकीन करती थी, लेकिन हमारी सरकार सच्चे विकास का काम करती है। उन्होंने कहा कि इसलिए हम शिलान्यास नहीं शुभारंभ करते हैं। उन्होंने कहा कि मेट्रो और हवाई सेवाओं के जरिए कानपुर में बंद उद्योगों के पुनरुद्धार का रास्ता खुलेगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम वरीयता के आधार पर काम करते हैं। गंगा एक्सप्रेस कानपुर से होकर जाएगा। इसी तरह बुंदेलखंड एक्सप्रेस को डिफेंस कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा। विकास की इस प्रक्रिया से कानपुर को पुराना गौरव हासिल होगा। उन्होंने कहा कि कानपुर शहर है जो 15 वर्ष पहले देश के शीर्ष दस शहरों में शुमार होता था। इसके 15 वर्ष की सरकार ने इस शहर की स्थिति को खराब कर दिया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार हरदीप सिंह पुरी ने आइआइटी गेट के पास इसकी आधारशिला रखी। कानपुर में पहले चरण में करीब 735 करोड़ रुपये की लागत से आइआइटी से मोतीझील तक ट्रैक बनेगा। मुख्यमंत्री आइआइटी सभागार में जनता को संबोधित करेंगे और बाद में पार्टी नेताओं से मंत्रणा करेंगे। हेलीकॉप्टर से एक बजे आइआइटी पहुंचने वाले मुख्यमंत्री ढाई बजे तक शहर में रुकेंगे।

यूपी मेट्रो रेल कारपोरेशन के 11076 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में दो मेट्रो रूट बनेंगे। पहला रूट आइआइटी से नौबस्ता तक 23.8 किमी लंबा होगा। इसमें 13 स्टेशन, 15.2 किमी एलीवेटेड और 8.6 किमी अंडरग्राउंड ट्रैक होगा। दूसरा रूट सीएसए से बर्रा आठ तक है।

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