त्रिपुरा चुनाव नतीजे: रिजल्ट देखकर झूमे बीजेपी कार्यकर्ता, एक दिन बाद फिर खेली होली

पूर्वोत्तर राज्यों- त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे साफ हो चुके हैं. त्रिपुरा में बीजेपी ने चमत्कार करते हुए 25 साल से लेफ्ट के शासन का अंत कर दिया है. पार्टी को लगभग 2 तिहाई सीटें मिली हैं. तीनों राज्यों में विधानसभा की 69 से 60 सीटें हैं. त्रिपुरा में मतदान 18 फरवरी को और मेघालय व नगालैंड में मतदान 27 फरवरी को हुआ था.

त्रिपुरा में वर्ष 1993 से ही मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले वाम मोर्चा की सरकार रही है, लेकिन दो एग्जिट पोल में इस बार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार बनने का अनुमान लगाया गया है. मतगणना से पहले हालांकि सीपीएम और बीजेपी दोनों ने दावा किया है कि उसकी सरकार बनने जा रही है. किसके दावे में दम था, यह शनिवार को दोपहर बाद से स्पष्ट होने लगेगा.

वर्ष 2013 के चुनाव में बीजेपी ने त्रिपुरा में 50 उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से 49 की जमानत जब्त हो गई थी. मात्र 1.87 फीसदी वोट मिलने के कारण यह पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई थी. वहीं सीपीएम को 49 में से 55 सीटें मिली थीं. कांग्रेस 48 सीटों पर लड़ी थी और उसे 10 सीटों से संतोष करना पड़ा था.

75 फीसदी से अधिक वोटिंग
वाम शासित त्रिपुरा के 2,536,589 मतदाताओं में से 75 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने शांतिपूर्ण तरीके से विधानसभा चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. यहां तक कि मतदान के आखिरी घंटों में भी मतदान केंद्रों पर बड़ी संख्या में लोग कतारों में खड़े दिखाई दिए. निर्वाचन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मतदान के सुबह 7 बजे शुरू होने से पहले ही नए मतदाताओं सहित पुरुष व महिला दोनों पूरे त्रिपुरा में मतदान केंद्रों पर कतार में खड़े दिखाई दिए.

कुल 292 उम्मीदवार मैदान में हैं. इसमें 23 महिलाएं और कई निर्दलीय उम्मीदवार हैं. निर्वाचन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि 75 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल शाम चार बजे तक किया था. पूर्व निर्धारित समय के चार बजे तक समाप्त हो जाने के बाद भी बड़ी संख्या में मतदाता राज्य भर के मतदान केंद्र पर कतारों में खड़े दिखाई दिए.

अधिकारी ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से वीवीपैट को जोड़ने में दिक्कत की वजह से करीब 180 पोलिंग बूथों पर शुरू में धीमा मतदान हुआ. मतदाताओं, उम्मीदवारों व सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने ईवीएम-वीवीपैट की गड़बड़ी को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की. त्रिपुरा में 2013 व 2008 के विधानसभा चुनावों में क्रमश: 92 फीसदी व 91 फीसदी रिकॉर्ड मतदान हुआ था.

अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी तापस रॉय ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने विशेष रूप से संशोधित वीवीपैट के साथ जुड़े ईवीएम सभी 3,174 मतदान केंद्रों पर लगाए थे. हमने सभी दोषपूर्ण ईवीएम-वीवीपैट को बदल दिया या सुधार दिया और इन मतदान केंद्रों पर इसके बाद मतदान शुरू हुआ.

 
 
 
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