
27 अक्टूबर यानी नवरात्र का पांचवां दिन, मां स्कंदमाता को समर्पित है, जो अपने बेटे कार्तिकेय के साथ कमल के आसन पर विराजमान हैं, हमें यह सिखाती हैं कि सच्ची शक्ति प्रेम और ममता में होती है।
हर दिन की तरह, इस पावन पर्व पर भी मां को प्रसन्न करने के लिए एक विशेष भोग की तैयारी होती है। अगर आप सोच रहे हैं कि इस दिन के लिए क्या खास बनाएं, तो केसरिया पेड़े का भोग एक बेस्ट ऑप्शन है (Navratri Bhog For Skandmata)। यह न सिर्फ स्वाद में लाजवाब होते हैं बल्कि इनका केसरिया रंग मां के प्रिय पीले रंग से भी मेल खाता है।
केसरिया पेड़ा बनाने के लिए सामग्री
मावा: 250 ग्राम
पिसी हुई चीनी: 100 ग्राम
दूध: 2 बड़े चम्मच
केसर के धागे: 15-20
इलायची पाउडर: आधा छोटा चम्मच
बारीक कटे पिस्ते: 1 बड़ा चम्मच (सजाने के लिए)
घी: 1 चम्मच
केसरिया पेड़ा बनाने की विधि
सबसे पहले एक कटोरी में गर्म दूध लें और उसमें केसर के धागे डालकर 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें, ताकि केसर अपना रंग और खुशबू छोड़ दे।
अब एक कड़ाही में मावा डालकर धीमी आंच पर भूनें। जब खोया हल्का सुनहरा होने लगे तो इसमें घी डालें।
मावा को लगातार चलाते रहें ताकि वह जले नहीं। जब खोया गाढ़ा होने लगे और कड़ाही का किनारा छोड़ने लगे, तो गैस बंद कर दें।
खोये को हल्का ठंडा होने दें। जब वह गुनगुना हो जाए तो इसमें पिसी हुई चीनी, केसर वाला दूध और इलायची पाउडर डालकर अच्छी तरह मिला लें।
मिश्रण को हाथों से मसलकर चिकना कर लें। अब इस मिश्रण से छोटे-छोटे पेड़े बनाएं।
पेड़ों के बीच में उंगली से हल्का-सा दबाएं और ऊपर से बारीक कटे पिस्ते से सजाएं।
बस तैयार है स्वादिष्ट केसरिया पेड़े का भोग। मां स्कंदमाता को समर्पित करके इसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करें।