
बिहार में मानसून पूरी तरह सक्रिय है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्य 26 जिलों में बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया गया है। इनमें पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, बक्सर, भोजपुर, पटना, जहानाबाद, अरवल, नवादा, नालंदा, रोहतास, गया, शेखपुरा, लखीसराय, बेगूसराय, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, खगड़िया, कटिहार, किशनगंज, पूर्णिया शामिल हैं। इन इलाकों में तेज हवा के साथ वज्रपात और बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 31 अगस्त तक उत्तर पश्चिम, उत्तर मध्य, उत्तर पूर्व, दक्षिण पश्चिम, दक्षिण मध्य और दक्षिण पूर्व बिहार में कुछ स्थानों पर बारिश के आसार हैं। वहीं अगले चार दिनों के दौरान बिहार के अधिकार भागों में अधिकतम और न्यूनतम तामपान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होने के आसार है। वहीं 26 से 31 अगस्त तक पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय, जहानाबाद, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, खगड़िया और अरवल में अधिक गर्मी नहीं पड़ेगी। इन जिलों में न्यूनतम तापमान 24 से 26 डिग्री के बीच रहेगी। वहीं अधिकतम तापमान 30 से 32 डिग्री सेल्सियस तक रहने के आसर हैं।
पटना के कई इलाकों में सुबह से ही बारिश
पिछले 24 घंटे में पटना के कई इलाकों में सुबह से बारिश हुई। दोपहर में धूप कुछ देर के लिए निकली। कई इलाकों में बादल छाए रहे। वहीं मंगलवार सुबह आसमान साफ है। धूप निकली हुई है। हालांकि आज भी मौसम विभाग ने पटना में कुछ स्थानों पर बारिश का अलर्ट जारी किया है। इधर, कई इलाकों में जलजमाव के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। पिछले 24 घंटे में गया में 69.4 एमएम, पटना में 60 एमएम, सारण में 53.4 एमएम, भोजपुर में 51.2 एमएम, पटना में 49.4 एमएम, सीवान में 41 एमएम, नवादा में 35.2 एमएम, अररिया में 34.6 एमएम, औरंगाबाद 33.6 एमएम, और बक्सर में 30.4 एमएम बारिश हुई।
तटबंध टूटने से 17 गांवों में बाढ़, कई घरों में घुसा पानी
लगातार बारिश से कई घरों में घुसा बाढ़ का पानी
सासाराम में लगातार हो रही बारिश से रोहतास प्रखंड के कई वार्ड में बारिश का पानी घरों में प्रवेश कर चुका है। इलाके में बाढ़ जैसे हालात हैंं और जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो चुका है। दरअसल रोहतास प्रखंड के कई वार्डों में स्थिति काफी चिंताजनक है और लगभग 15 दिनों से लोग इसी हालत में जीने को मजबूर हैं। वार्ड नंबर 8 निवासी सुनीता देवी बताती हैं कि लगातार हो गई बारिश से पूरे घर में पानी भर गया और मिट्टी का कच्चा मकान भी ढह गया है। घर में कोई नहीं है और छोटे-छोटे चार बच्चों को लेकर किसी तरह गुजारा कर रही हूं। बच्चों को खिलाने में भी परेशानी हो रही है, इसलिए सरकार से मांग है कि हमारी मदद करें।