पाकिस्तानी सेना को करता था अवैध निर्यात,अमेरिकी अदालत ने सुनाई 3 साल की सजा

अमेरिका की एक जिला अदालत ने गैर-कानूनी तरीके से पाकिस्तानी सेना के लिए साजो-सामान और उपकरण खरीदने के आरोप में पाकिस्तानी मूल के कारोबारी इमरान खान को तीन साल के की सजा सुनाई है. कनेक्टिकट जिले के अटॉर्नी जॉन डरहम ने शनिवार को बताया कि इमरान (44) को तीन साल के प्रोबेशन में पहले छह महीने की सजा अपने घर में कैद रहकर काटनी होगी. अमेरिका की एक जिला अदालत ने गैर-कानूनी तरीके से पाकिस्तानी सेना के लिए साजो-सामान और उपकरण खरीदने के आरोप में पाकिस्तानी मूल के कारोबारी इमरान खान को तीन साल के की सजा सुनाई है. कनेक्टिकट जिले के अटॉर्नी जॉन डरहम ने शनिवार को बताया कि इमरान (44) को तीन साल के प्रोबेशन में पहले छह महीने की सजा अपने घर में कैद रहकर काटनी होगी.   इमरान ने अमेरिका में लागु 'अंतरराष्ट्रीय आपात आर्थिक शक्ति कानून' का उल्लंघन किया था. जून 2017 में खुद को दोषी मानने संबंधी अपनी याचिका में इमरान ने माना था कि अगस्त 2012 और जनवरी 2013 के बीच उसने पाकिस्तान परमाणु ऊर्जा आयोग, पाकिस्तान अंतरिक्ष एवं ऊपरी वायुमंडल अनुसंधान आयोग या राष्ट्रीय लेजर एवं ऑप्ट्रोनिक्स संस्थान के लिए सामानों की खरीद की और उनका पाकिस्तान में निर्यात किया. यह सभी कंपनियां अमेरिकी वाणिज्य विभाग की ‘एंटिटी लिस्ट’ में शामिल हैं.  अदालती दस्तावेजों और अदालत में दिए गए बयानों के मुताबिक, 2012 से 2016 तक इमरान और उनके दो परिजन ऐसे सामानों की खरीद की योजना से जुड़े जिन्हें निर्यात प्रशासन नियमन द्वारा नियंत्रित किया जाता है और फिर बगैर लाइसेंस के ही उनका निर्यात पाकिस्तान को करने लगे.    ब्रश लॉकर टूल्स, कौसर एंटरप्राइजेज-यूएसए और कौसर एंटरप्राइजेज-पाकिस्तान जैसे कंपनियों के जरिए इमरान, उसके पिता और भाई ने एक ऐसी पाकिस्तानी कंपनी से ऑर्डर हासिल किए जो पाकिस्तानी सेना के लिए साजो-सामान एवं उपकरण खरीदती है. कंपनी ने उनसे अनुरोध किया कि वे ऐसे सामान खरीद कर निर्यात करें जो निर्यात के अमेरीकी नियमों का उल्लंधन नहीं करते हों.  इन उत्पादों के खरीदने के समय पाकिस्तानी नागरिक ने वायदा किया था कि उत्पाद अमेरिका में ही रहेंगे और खरीदे जा रहे सामानों का निर्यात नहीं किया जाएगा. इस साल की शुरुआत में इमरान के पिता मोहम्मद इस्माइल और उनके भाई कामरान ने खुद को अंतरराष्ट्रीय धनशोधन का दोषी माना था. दोनों को 18 महीने की जेल की सजा हुई है. दोनों पाकिस्तान के नागरिक हैं और अमेरिका के वैध स्थायी निवासी हैं.

इमरान ने अमेरिका में लागु ‘अंतरराष्ट्रीय आपात आर्थिक शक्ति कानून’ का उल्लंघन किया था. जून 2017 में खुद को दोषी मानने संबंधी अपनी याचिका में इमरान ने माना था कि अगस्त 2012 और जनवरी 2013 के बीच उसने पाकिस्तान परमाणु ऊर्जा आयोग, पाकिस्तान अंतरिक्ष एवं ऊपरी वायुमंडल अनुसंधान आयोग या राष्ट्रीय लेजर एवं ऑप्ट्रोनिक्स संस्थान के लिए सामानों की खरीद की और उनका पाकिस्तान में निर्यात किया. यह सभी कंपनियां अमेरिकी वाणिज्य विभाग की ‘एंटिटी लिस्ट’ में शामिल हैं.

अदालती दस्तावेजों और अदालत में दिए गए बयानों के मुताबिक, 2012 से 2016 तक इमरान और उनके दो परिजन ऐसे सामानों की खरीद की योजना से जुड़े जिन्हें निर्यात प्रशासन नियमन द्वारा नियंत्रित किया जाता है और फिर बगैर लाइसेंस के ही उनका निर्यात पाकिस्तान को करने लगे. 

ब्रश लॉकर टूल्स, कौसर एंटरप्राइजेज-यूएसए और कौसर एंटरप्राइजेज-पाकिस्तान जैसे कंपनियों के जरिए इमरान, उसके पिता और भाई ने एक ऐसी पाकिस्तानी कंपनी से ऑर्डर हासिल किए जो पाकिस्तानी सेना के लिए साजो-सामान एवं उपकरण खरीदती है. कंपनी ने उनसे अनुरोध किया कि वे ऐसे सामान खरीद कर निर्यात करें जो निर्यात के अमेरीकी नियमों का उल्लंधन नहीं करते हों.

इन उत्पादों के खरीदने के समय पाकिस्तानी नागरिक ने वायदा किया था कि उत्पाद अमेरिका में ही रहेंगे और खरीदे जा रहे सामानों का निर्यात नहीं किया जाएगा. इस साल की शुरुआत में इमरान के पिता मोहम्मद इस्माइल और उनके भाई कामरान ने खुद को अंतरराष्ट्रीय धनशोधन का दोषी माना था. दोनों को 18 महीने की जेल की सजा हुई है. दोनों पाकिस्तान के नागरिक हैं और अमेरिका के वैध स्थायी निवासी हैं.

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