बदरीनाथ हाईवे पर होगा राज्य का पहला सिग्नेचर ब्रिज

ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर नरकोटा में उत्तराखंड राज्य का पहला घुमावदार पुल बनाया जा रहा है। ऑल वेदर रोड परियोजना के तहत 64 करोड़ की लागत से 110 मीटर लंबे पुल का निर्माण जोरों पर है। मई 2024 तक पुल से वाहनों के संचालन का लक्ष्य रखा गया है।                  

ऑल वेदर रोड परियोजना के तहत ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर नरकोटा गदेरे पर घुमावदार मोटर पुल का निर्माण हाे रहा है। इसकी सुरक्षा के लिए दोनों तरफ के साथ ऊपरी की तरफ से सुरक्षा केबल रहेगी।                            

इस सिग्नेचर पुल की बनावट ही इसका प्रमुख आकर्षण होगी। बताया जा रहा है कि रात के समय पुल को रोशनी से सराबोर किया जाएगा। 110 मीटर स्पान के इस पुल का निर्माण बीते 11 माह से चल रहा है जिसके दोनों पिलर का कार्य अंतिम चरण में है।               

जनवरी 2023 से शुरू किया गया कार्य

स्वीकृति से ही विवादों में रहा पुल यह सिग्नेचर पुल शुरू से ही विवादों में रहा है। पुल का रुद्रप्रयाग नगर की तरफ वाले पिलर का कार्य तो शुरू हो गया था लेकिन श्रीनगर की तरफ वाले को लेकर भूमि विवाद हुआ। यहां दो-दो बार पिलर के डिजायन को बदलना पड़ा। इसके बाद कार्य शुरू किया गया लेकिन शटरिंग ढहने से 20 जुलाई 2022 को दो मजदूरों की मौत हो गई थी। दिसंबर 2022 में पुन: मिट्टी की जांच कर डिजायन को बदला गया और जनवरी 2023 से कार्य शुरू किया गया।                      

बदरीनाथ हाईवे पर नरकोटा में सिग्नेचर पुल का कार्य तेजी से किया जा रहा है। मई 2024 तक पुल जोड़ने का कार्य पूरा होते ही इससे वाहनों का संचालन भी शुरू कर दिया जाएगा। – तनुज कांबुज, अधिशासी अभियंता, राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण खंड लोनिवि, श्रीनगर गढ़वाल

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