iPhone ट्रैकिंग और मुश्किल बनाएगी Apple, एप को फोन ट्रैक करने के लिए यूजर से लेनी होगी इजाजत

Apple ने iPhone की ट्रैकिंग को और मुश्किल बनाने की तैयारी की है। कंपनी मार्च-अप्रैल तक इस दिशा में नया प्राइवेसी कंट्रोल ला सकती है। इस प्राइवेसी कंट्रोल को पिछले साल ही लाने की तैयारी थी, लेकिन चौतरफा दबाव के बाद कंपनी ने इसे टाल दिया था। दरअसल Facebook समेत कई डिजिटल सर्विस देने वाले एप विज्ञापन के लिए यूजर को ट्रैक करते हैं। नए प्राइवेसी कंट्रोल के लागू होने के बाद किसी भी एप को फोन ट्रैक करने के लिए यूजर से अनुमति लेनी अनिवार्य होगी।नए प्राइवेसी कंट्रोल को लेकर एपल और Facebook के बीच जुबानी जंग भी चल रही है। पिछले महीने फेसबुक ने न्यूयार्क टाइम्स, वाल स्ट्रीट जर्नल समेत कई समाचार पत्रों में विज्ञापन देकर इस कदम की आलोचना की थी।

Apple और Facebook के बीच टकराव 

प्राइवेसी कंट्रोल की चर्चा फिर शुरू होने के बाद Facebook के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने Apple को सबसे बड़ी प्रतिस्पर्धी बताया है। उन्होंने कहा, ‘Apple दावा कर रही है कि नई पॉलिसी से वह लोगों की मदद कर रही है। ऐसा नहीं है। यह स्पष्ट तौर पर अन्य प्रतिस्पर्धियों के लिए संभावनाएं कम करने की कोशिश है।’ विज्ञापन के लिए यूजर डाटा पर निर्भर Google ने खुले तौर पर एपल के खिलाफ Facebook के मोर्चे का समर्थन नहीं किया है। हालांकि एक दिन पहले अपने ब्लॉग में कंपनी ने कहा था कि एपल के नए कंट्रोल से उसके विज्ञापन राजस्व पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है। iPhone पर चलने वाले उसके कुछ एप इससे प्रभावित होंगे।आइमैसेज है सबसे ज्यादा प्रयोग की जाने वाली मैसेजिंग सर्विस

जुकरबर्ग ने कहा, ‘आइमैसेज उनका अपना है। यह हर आइफोन पर इंस्टॉल रहता है और इसे प्रेफरेंस दिया जाता है। यही कारण है कि अमेरिका में आइमैसेज सबसे ज्यादा प्रयोग की जाने वाली मैसेजिंग सर्विस है।’ फेसबुक के सीओओ शेरिल सैंडबर्ग ने भी एपल के कदम पर निशाना साधते हुए कहा, ‘हम एपल के नए फीचर के कारण प्रभावित होने वाले छोटे कारोबारियों की चिंता को दूर करने का रास्ता तलाश रहे हैं।

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