कोरोना पीड़ित के मृत शरीर को, शमशान लेकर पहुंची चार महिला सैनिक

नेपाल में महिलाओं द्वारा ऐसा करना एक बहुत बड़ी बात है लेकिन पिछले कुछ सालों में बहुसंख्यक हिंदू देश 2006 में एक दशक लंबे संघर्ष से उबरा है और दो साल बाद अपनी सदियों पुरानी सामंती राजशाही को समाप्त कर दिया।

काठमांडू। नेपाल में एक मृत शरीर को महिलाओं द्वारा छूआ जाना अभी एक सास्कृतिक निषेध है। इसे तोड़ते हुए चार महिला सैनिक एक डेड बॉडी को उठाकर लेकर गईं और शमशान कर्मियों को इसे सौंप दिया। इस हिंदू राष्ट्र में महिलां द्वारा ऐसा करना एक बहुत बड़ी बात है, लेकिन पिछले कुछ सालों में बहुसंख्यक हिंदू देश में 2006 में एक दशक लंबे संघर्ष से उबरा है और दो साल बाद अपनी सदियों पुरानी सामंती राजशाही को समाप्त कर दिया।

बताया जा रहा है कि मृतक एक कोरोना वायरस पीड़ित था, जिसे ये चार महिला सैनिक सुरक्षात्मक गियर पहनकर शमशान घाट तक ले गईं। काठमांडू में कोरोना पीड़ितों के शवों के अंतिम संस्कार के लिए पहली बार महिला सैनिकों की तैनाती की गई है। देश में बढ़ रही महामारी के बीच नेपाल सरकार ने यह फैसला लिया है। इन महिलाओं में से एक ने कहा, ‘जब से मेरी ड्यूटी शुरू हुई है तब से मैं अपने परिवार के साथ नहीं हूं, लेकिन मेरा परिवार और मेरे दोस्त खुश हैं। उन्होंने मुझे से कहा कि हम लोग बहुत कठिन काम कर रहे हैं और इस दौरान हमें अपनी सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखना चाहिए।

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