
नई दिल्ली। जर्मनी में फंसे भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी कोरोना वायरस (Coronavirus) के दूसरे टेस्ट में नेगेटिव आने के बाद मंगलवार को स्वदेश लौट गए. भारतीय दल का जर्मन स्वास्थ्य विभाग ने एक नवंबर को दूसरा टेस्ट किया था. इस दल में लक्ष्य सेन सहित तीन शटलर शामिल थे. मौजूदा चैंपियन लक्ष्य सेन (Lakshya Sen) को अपने पिता और कोच डी के सेन (DK Sen) के वायरस के लिए पॉजीटिव पाए जाने के बाद सारब्रूकेन में सारलॉरलक्स ओपन से हटना पड़ा था.

अजय जयराम और शुभंकर डे को भी किया गया था क्वारंटाइन-
विश्व के पूर्व नंबर 13 अजय जयराम (Ajay Jayram) और 2018 के विजेता शुभंकर डे को भी इस सुपर 100 टूर्नामेंट से हटने के लिए मजबूर होना पड़ा तथा सीनियर सेन के संपर्क में आने के कारण उन्हें भी क्वारंटाइन पर रख दिया गया था. लक्ष्य, जयराम, शुभंकर और फिजियो अभिषेक वाघ को टूर्नामेंट से पहले नेगेटिव पाया गया था. लक्ष्य, उनके पिता और फिजियो बेंगलुरु पहुंचे जबकि शुभंकर और जयराम ने फ्रैंकफर्ट से दिल्ली की उड़ान पकड़ी.
डी के सेन ने पीटीआई से कहा कि हम सुबह पांच बजे बेंगलुरु में अपने घर पहुंच गए. हम सभी पूरी तरह से स्वस्थ हैं. मेरा परीक्षण पॉजीटिव आने के बाद हम क्वारंटाइन पर थे. जर्मन अधिकारियों ने एक नवंबर को हम पांचों का दूसरा परीक्षण किया और सौभाग्य से परिणाम नेगेटिव आया और हम तुरंत ही स्वदेश लौट गए. डी के सेन को छह नवंबर तक अलग थलग रहने के लिए कहा गया है जबकि बाकी को नौ नवंबर तक क्वारंटाइन पर रहने के लिए कहा गया है.