
सेममुखेम के दर्शन करने जा रहे वन एवं आयुष मंत्री डॉ.हरक सिंह के काफिले को रौलाकोट के ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। मंत्री का काफिला डोबरा चांठी पुल पार कर चुका था पर ग्रामीणों यह कहकर उनका विरोध किया कि जब पुल से आमजन की आवाजाही बंद है, तो वीआईपी भी यहां से नहीं गुजर सकते। इसके बाद मंत्री ने दूसरे रास्ते से जाकर भगवान नागराजा के दर्शन किए।

डॉ.हरक सिंह का काफिला दोपहर को लंबगांव बाजार से गुजरा। काफिला गुजरने के बाद स्थानीय भाजपाइयों को इसकी भनक लगी। मंत्री के काफिले ने जैसे ही सेममुखेम जाने के लिए डोबरा-चांठी पुल पार किया। डोबरा में कई दिन से विस्थापन की मांग पर आंदोलन कर रहे रौलाकोट के ग्रामीण भड़क गए। ग्रामीणों ने यह कहकर उन्हें लौटा दिया कि जब पुल जनता के लिए नहीं खोला गया है, तो मंत्री की आवाजाही पुल से क्यों हो रही है।
इस पर मंत्री को सिया सुभैगा पुल से सेममुखेम जाना पड़ा। मौके पर मौजूद आंदोलनकारी सागर भंडारी,दीपक थपलियाल व शूरवीर बिष्ट का कहना है डोबरा-चांठी पुल पर जरूरतमंद व बीमारों को आवाजाही नहीं करने दी जा रही है,जबकि वीआईपी लोगों के लिए पुल को खोला जा रहा है।